मृतक सुनिल राजपूत के अंगदान से पांच लोगों को मिला जीवन दान।
हरदा 23 अप्रैल को हरदा जिले के सोडलपुर से मनियाखेड़ी गांव के बीच सड़क हादसे के जान गंवाने वाला छिदगांव तमोली निवासी 24 वर्षीय सुनील पिता मुकेश सिंह राजपूत पांच लोगों की जिंदगी आबाद कर गया। हादसे के बाद गंभीर घायल सुनील का ब्रेन डेड हो गया था। इसके बाद स्वजनों ने उसके अंग दान करने का निर्णय लिया। हरदा के नर्सिंग होम में प्राथमिक उपचार के बाद उसे इंदौर स्थित विशेष जूपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शनिवार को चिकित्सकों द्वारा ब्रेन डेड की घोषणा के बाद मृतक युवक के पांच अंग दान किए गए। इनमें हार्ट और लंग्स अमदाबाद के मरीजों को तथा दोनों किडनी और लीवर इंदौर में ट्रांसप्लांट किए गए। पुत्र के निधन के बाद गमगीन पिता का कहना है कि हादसे में उन्होंने पुत्र सुनील को तो खो दिया, लेकिन उसके अंग दूसरों के शरीर में जिंदा रहेंगे।यह उनके लिए सुखद पल होगा। ब्रेन डेड की घोषणा होने के बाद मुस्कान ग्रुप पारमार्थिक ट्रस्ट इंदौर के सेवादार जीतू बगानी, संदीपन आर्य और चिकित्सकों ने स्वजनों को अंगदान कराने को लेकर काउंसलिंग की। परिजनों ने सहमति दे दी। इसके बाद मृतक के पांच अंग दान किए गए।
शनिवार शाम को अंगदान के फैसले के बाद 56 वां कारिडोर बनाया गया। एक कारिडोर विशेष जूपीटर अस्पताल से चोइथराम अस्पताल और दूसरा एयरपोर्ट तक के लिए बनाया गया। हार्ट और लंग्स के लिए अस्पताल से एयरपोर्ट तक कारिडोर के माध्यम से प्लेन से अहमदाबाद रवाना किया गया। एक किडनी और लीवर जूपीटर अस्पताल में भर्ती मरीज को ट्रांसप्लांट की गई। दूसरी किडनी चोइथराम अस्पताल में ट्रांसप्लांट की गई।
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