मोहन शर्मा sj न्यूज एमपी गुना
लोकेशन:- आरोन
गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र में दो पत्रकारों के साथ एक ढाबे के पास जबरदस्त मारपीट की गई। उसके बाद आरोपी गाड़ी में बैठाकर दूसरी जगह ले गए और बंधक बनाकर मारा पीटा गया। फिर गाड़ी में बैठाकर किसी स्टाफ वेंडर के पास समझौता लिखवाया गया। इस मामले में एक 3 लाख रूपए के लेनदेन की वीडियो भी वायरल हो रही है। जिसमें दोनों पत्रकार खड़े होकर 3 लाख की बात कह रहे हैं। यह पूरा मामला क्या है? इसकी विस्तृत जांच होना चाहिए, ताकि इस घटनाक्रम का दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके।यह है मामला -फरियादी द्वारा पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में लिखाया गया कि दिनांक 13.04 23 को हमारे पास नीतेश साहू का फोन आया और बताया कि पी.डी.एस चावल से भरी गाडी सिरोज रोड से निकल रही है, आप उसे देख ले।उसके फोन के बाद समाचार बनाने व सत्यता की जाँच के लिये मैने अपने साथी सतीश मिश्रा से बात की और हम दोनो आकाश ढाबा सिरोज रोड के लिये रवाना हो गये वहाँ जाकर देखा तो कोई गाड़ी नजर नहीं आई। इसके बाद हम दोनो आकाश ढाबा पर आकर बैठ गये। और साथ में चाय पीने लगे उसी दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे आसपास बीरेन्द्र यादव, धर्मेन्द्र शर्मा, नीरज जैन, सोनू शर्मा आये और इन्होने मां बहिन की गाली दी और धमकाया और मारपीट शुरू कर दी। आधे घंटे तक मै और मेरा साथी सतीश पत्रकार सतीश मिश्रा की मारपीट इन लोगो द्वारा की जाती रही। फिर हमे गाडियों में बैठाकर रिजौदा रोड हुनुमान मंदिर पर ले गये और हमे बंधक बनाकर हमारी मारपीट की। हमसे उक्त लोगो ने कहा कि तूने जो हमारी गाड़ी पकड बाई थी और अब तू हमसे बोल कि हमे तीन लाख रुपये दो इसके बाद इन्होंने हमारी विडियो तीन लाख रुपये की माग करते हुऐ बनाई और अपनी गाडी मे बैठाकर तहसील लाये यहाँ घुमान साहू से 50-50 रुपये के सपथ पत्र बनाकर उस पर झूठा राजीनामा बनवाया और इस झूठे राजीनामा पैर हम दोनों के हस्ताक्षर कराये और हम से कहा तुम हमारी रिपोर्ट करोगे तो हम तुम्हेजान से मार देंगें।उक्त घटना का विडियो पुलिस द्वारा लगाये गये सीसीटीव्ही कैमरों में देखा जा सकता है। उक्त लोगो ने हमारे साथ प्लास्टिक की लेजम, पट्टे, विल्ट से मारपीट की है, और कहा की बीस हजार रुपये घर से मांगवा लो तभी तुम्हे छोड़ा जायेगा। पुलिस ने चारों आरोपीबीरेन्द्र यादव, धर्मेन्द्र शर्मा, नीरज जैन, सोनू शर्मा के विरुद्ध अपराध धारा 342, 327, 294, 506, 34 भादवि प्रथम दृष्टया पाया जाने से कायम कर विवेचना में लिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि गुना जिले में इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं इसके पीछे कहीं ना कहीं प्रशासन को बड़ी जांच की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाओं की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके और आने वाले भविष्य में भी पत्रकारों के साथ कोई अप्रिय घटना ना हो व जनसामान्य का कोई निर्दोष व्यक्ति ऐसे मामलों में ना फंसे इसके लिए एक नियम व जनसंपर्क विभाग में सही पत्रकारों की लिस्ट बने ताकि पत्रकारों पर होने वाले हमले रोक जा सके।
वर्तमान में कुछ लोग पत्रकारिता की आड़ में मोबाइल से वीडियो बनाकर हाथ में अवैध रूप से मीडिया का लोगो लेकर वीडियो बनवाकर कई प्रकार के कार्य लोग कर रहे हैं, जिससे सही पत्रकारों का मनोबल गिर रहा है और पत्रकारिता का नाम भी बदनाम हो रहा है। जिला प्रशासन को चाहिए कि जनसंपर्क विभाग को सख्त निर्देश देवें ताकि असली और नकली पत्रकारों की पहचान हो सके। जिन दो पत्रकारों की पिटाई की गई है उनमें एक का नाम सतीश मिश्रा और दूसरे का नाम रोहित सक्सेना बताया गया है यह दोनों आरोन क्षेत्र के निवासी हैं।
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