मोहन शर्मा Sj न्यूज़ एमपी
शासन के निर्देशानुसार सागर संभाग अंतर्गत सभी जिलों में रबी विपणन वर्ष 2023-24 में किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए खरीदी केन्द्रों पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति व चमक कम हो जाने के फलस्वरूप इस बार किसानों से 10 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूं भी क्रय किया जाएगा। चमकविहीन गेहूं की खरीदी भी निर्धारित समर्थन मूल्य 2 हजार 125 रूपये प्रति क्विंटल की दर से होगी। किसी प्रकार की कटौती नहीं की जाएगी। खरीदी समिति 10 प्रतिशत से कम और 10 से 80 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूं खरीदी का रिकार्ड पृथक-पृथक संधारित करेंगी। साथ ही पृथक स्केटिंग व भण्डारण भी किया जाएगा। 10 से 80 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूं की बोरियों में लाल स्याही से जेड मार्क किया जाएगा। पृथक से स्केटिंग लगाकर परिवहन और भण्डारण करना भी जरूरी होगा।
जिले में गेहूं उपार्जन के लिए 30 हजार 305, चना के लिए 18 हजार 463, मसूर के लिए 5 हजार 46 और सरसों के लिए 5 हजार 132 किसानों ने पंजीयन करवाया है। गेहूं उपार्जन के लिए 51 और चना, मसूर एवं सरसों उपार्जन के लिए 41 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। चना का समर्थन मूल्य 5 हजार 335, सरसों का 5 हजार 450 और मसूर का 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
जिला आपूर्ति अधिकारी देवेन्द्र कुमार खोबरिया ने बताया कि किसानों की सुविधा, त्वरित भण्डारण और भुगतान के दृष्टिगत गेहूं उपार्जन के लिए गोदाम स्तरीय 21, साइलो स्तरीय 17, ओपन कैप स्तरीय 2 तथा समिति प्रांगण (मैदान) स्तरीय 11 केन्द्र बनाए गए हैं। किसानों की सुविधा के लिए खरीदी केन्द्रों में बैठने व छाया की व्यवस्था, पेयजल, शौचालय इत्यादि की निःशुल्क व्यवस्था भी की गई है। किसान सशुल्क खरीदी परिसर में स्थापित दुकानों से स्वल्पाहार प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक खरीदी केन्द्रों में राजस्व, कृषि, सहकारिता सहित खाद्य विभाग के अधिकारियों को पर्यवेक्षण व उपार्जन कार्य संपादित कराने के लिए नोडल अधिकारी भी बनाया गया है। इसके अलावा जिला, अनुविभाग, विकासखण्ड स्तरीय उपार्जन समिति नियमित रूप से खरीदी केन्द्रों का भ्रमण कर उपार्जन कार्य की माॅनिटरिंग करेगी।
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