लोकेंद्र सिंह परमार टीकमगढ़
शिव विवाह: मंगल गीतों के साथ ही लिखी गई गौरा महारानी की लगुन
टीकमगढ़। बुधवार को बसंत पंचमी का पर्व भक्ति भाव के साथ मनाया गया। शहर के नजरबाग मंदिर में रात 8 बजे शिव पार्वती विवाह महोत्सव की लग्न पत्रिका लिखी गई। मंदिर के पुजारी सुरेंद्र मोहन द्विवेदी ने विधि-विधान से भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की लग्न पत्रिका पढक़र सुनाई। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर के पुजारी ने बताया कि सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार बसंत पंचमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की लग्न पत्रिका लिखी जाती है। बुधवार को शुभ मुहूर्त में भगवान शिव के विवाह की लग्न पत्रिका श्रद्धालुओं को पढक़र सुनाई गई। इस मौके पर भगवान शिव की प्राचीन प्रतिमा का आकर्षक श्रृंगार किया गया। मंदिर में मौजूद महिलाओं ने भजन कीर्तन का आयोजन किया।
पुजारी सुरेंद्र मोहन द्विवेदी ने बताया कि 8 मार्च को महा शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रस्में पूरी होगी। मंदिर में पिछले 40 सालों से यह परंपरा चली आ रही है। इस बार भी शिव पार्वती विवाह महोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर में तीन दिवसीय समारोह का आयोजन होगा। पहले दिन गणेश पूजन का आयोजन होगा। दूसरे दिन भगवान के विवाह का मंडप सजेगा। इसके बाद महा शिवरात्रि को भगवान शिव की गाजे.बाजे के साथ बारात निकाली जाएगी। नगर भ्रमण के बाद मंदिर में बारात का समापन होगा। साथ ही भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रस्म पूरी कराई जाएगी। इस दौरान देर रात तक मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन चलेगा।
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