विपिन पटेल नरसिंहपुर
’सनातन का दिखावा करने वाले पहले सनातनी बनें’
तेंदूखेड़ा- आज देश और दुनिया में विभिन्न प्रकार के सम्प्रदायों के द्वारा धर्म को लेकर अपने अपने मतों के चलते व्याख्याएं की जा रही है। अलग-अलग खेमों में बांटकर एक दूसरे से ईष्या के भाव देखने को मिल रहें हैं।लोग भगवान श्री महावीर स्वामी,श्री नारायण कृष्ण, और श्री राम को मानने की बात करते हैं। कथाओं के माध्यम से प्रचार प्रसार हो रहा है लेकिन इसके बावजूद भी तरह तरह की विसंगति पूर्ण स्थिति देखने को मिल रही है।हम केवल दिखावा में लगे हुए हैं।ना तो कभी हमने महावीर स्वामी के वैराग्य को अपनाया और ना ही श्री राम की मर्यादाओं विचारों को आत्मसात किया,ना ही श्री नारायण कृष्ण जी के गीता उपदेश,कर्म के प्रति संलग्न हुए।हमारी अंर्तआत्मा में विराजमान स्वयं उस भगवान को नहीं पहचाना और भटकाव भरी जीवन शैली के चलते भगवान को ढूंढने के लिए निकल पड़े हैं। धर्म की आड़ में थोड़े से चमत्कार बताने वालों के पीछे भाग कर केवल बगला भक्ति में लगे हुए हैं। उक्त अमृत बचन तेंदूखेड़ा में विराजमान,छोटी सी उम्र में ही बैराग्य जीवन को धारण कर युवाओं को सत्मार्ग सत्कर्मों की प्रेरणा देने वाले ब्रह्मस्वरुपी जी महाराज ने व्यक्त किए।
अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहें।
ब्रह्मस्वरुपी जी महाराज ने स्पष्ट किया कि गृहस्थ जीवन में रहते हुए ही हम उन अपने कर्तव्यों के प्रति सजग तो रहें ही, साथ साथ समाज में एक ऐसा आचरण प्रस्तुत करें जिसमें हमारी ख्याति बढ़े। धन दौलत कमाने की चाहत में किसी अन्याय की ओर अग्रसर ना हों।समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को भी नहीं मिला।श्री राम चरित मानस की सुंदर शब्दों में व्याख्या करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एक ऐसा महाकाव्य है जिससे जीवन मूल्यों से जुड़ी वे सभी परिस्थितियां विद्यमान है।श्री राम की गुरु भक्ति, माता पिता की आज्ञा,भाई के प्रति स्नेह प्रेम,दीन हीन और समाज से दूर रहने वाले उस वर्ग को गले लगाया यहां तक कि जूठें बैर खाये।अन्याय छोड़ न्याय का मार्ग प्रशस्त करने वाले बैरियों के भाई को अपनाया। वैभवशाली बलशाली को भी अंतिम क्षणों तक उसकी गलती को स्वीकार कर लेने और माफ कर देने, असहाय महिलाओं के साथ जोर जबरदस्ती करने वालों को दंड समूल नष्ट करने जैसे विषयों की शिक्षा सीखनें को मिलती हैं। वहीं संकटमोचक कहे जाने वाले पवनपुत्र हनुमान जी क्या कुछ नहीं कर सकते थे लेकिन अपने प्रभु श्री राम की आज्ञा के बिना एक कदम आगे नहीं बढ़े। हम और आप रामायण गीता का अध्ययन खूब किया करते हैं श्रीमद्भागवत महापुराण कथा कराते हैं पितरों को तारने के लिए लेकिन जिंदा में क्या व्यवहार किया करते हैं।यह सोचने का विषय है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अयोध्या के राजा थे। लेकिन पिता की आज्ञा मानकर तत्काल 14 वर्षों के बनवास को निकल गये। और आज दो फुट जगह के लिए भाई भाई झगड़ने में लगे हुए हैं। बच्चों को श्रेष्ठ ज्ञान की बजाय हम क्या सिखा रहे हैं।इस पर ध्यान देने की जरूरत है। एक कुत्ते का उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि एक कुत्ता सड़कों गलियों में भोंकता हुआ आबारा घूमता है और एक मंहगी गाड़ियों में हमेशा ऊंचे सोफों पर बैठकर खाने पीने तक की पूंछ परख होती रहती है यह उसके पूर्व जन्म के कर्मों की गति तथा वर्तमान स्थिति पर निर्भर करता है।
’बी एस चौधरी होंगे तेंदूखेड़ा के नये नगर निरीक्षक’
तेंदूखेड़ा- पिछले दिनों तेंदूखेड़ा में पदस्थ हुए नगर निरीक्षक जितेन्द्र गढ़वाल का स्थानांतरण भोपाल हो जाने के बाद अब उनके स्थान पर नरसिंहपुर से बी एस चौधरी ने नये नगर निरीक्षक के रूप में तेंदूखेड़ा में आमद दे दी है। तेंदूखेड़ा पुलिस थाने पहुंचे श्री चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि क्षेत्र को व्यसनों से मुक्ति दिलाने के साथ सभी वर्गों के सहयोग से अपराधिक गतिविधियों पर विराम लगाते हुए पुलिस की समाज में उत्कृष्ट छवि बनाना पहली प्राथमिकता होगी।
’सजग हुआ प्रशासन
पटाखे दुकानदारों के यहां पहुंच कर
पटाखे किये जब्त’
तेंदूखेड़ा- हाल ही में हरदा जिले में एक फटाका फेक्ट्री में हुये भीभत्य हादसे को लेकर संपूर्ण प्रदेश में अब इस तरह की घटनाएं दुबारा ना हो को लेकर कलेक्टर महोदया के द्वारा मिले दिशा निर्देशों को दृष्टिगत रखते हुए तेंदूखेड़ा अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व एवं पुलिस के द्वारा एक टीम गठित कर तेंदूखेड़ा एवं डोभी क्षेत्र में विभिन्न पटाखा दुकानदारों के यहां पहुंच कर औचक निरीक्षण किया जिसमें तीन दुकानों से मिले फाटकों को जब्त कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए। साथ ही पटाखा दुकानदारों को सख्त हिदायत दी गई है कि यदि किसी भी दुकानदार के यहां घर पर पटाखे मिलते हैं या बेचता हुआ पाया जाता है तो उस पर दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।इस कार्यवाही में एस डी एम संघमित्रा गौतम, एस डी ओ पी मधुर पटैरिया, नगर निरीक्षक बी एस चौधरी एवं पुलिस तथा राजस्व अमला प्रमुख रुप से शामिल था।
बरकुंडा में चोरी’
तेंदूखेड़ा- तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बरकुंडा में विगत तीन फरवरी को दशरथ पटैल के मकान से रात्रि में अज्ञात चोरो ने धावा बोलकर सोने का 1 हार 2 तोले का 3 अंगूठी कान के कुन्डल और चांदी के नौ जोडी पायल, विछिया एवं 25000 ध् अंकन पच्चीस हजार रूपया नगद चुराकर ले गये । दूसरे दिन चार फरवरी को दोपहर को जब दशरथ के परिजन घर से वाहर जा रहे थे जेवर निकालने के लिये अलवारी खोली तो उसका ताला टूटा मिला और उसमे रखे सोने के गहने एवं चादीं जेवर पैसा नही मिलने पर घर में अन्य लोगों के साथ आजू बाजू मकान वालो को जानकारी दी। दशरथ पटेल अपने परिवार के साथ पक्के मकान मे रात्रि में सो रहे थे । जबकि उक्त गहने व पैसा उसी से लगे हुए कच्चे मकान में रखे थे । जिसकी लिखित शिकायत पुलिस थाने तेंदूखेड़ा में दी है।
फोटो क्रं 03
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