प्रतिभागी बोले, आनंदमय जीवन जीने की कला है “अल्पविराम

नरेन्द्र राय ब्यूरो चीफ रायसेन

प्रतिभागी बोले, आनंदमय जीवन जीने की कला है “अल्पविराम”
शासकीय आईटीआई में आनंद विभाग की द्वितीय कार्यशाला आयोजित

एंकर रायसेन।मध्यप्रदेश राज्य आनंद संस्थान द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में पांच दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में कलेक्टर अरविंद दुबे के आदेशानुसार एवं श्रीमती अंजू पवन भदौरिया जिपं सीइओ एवं जिला नोडल अधिकारी आनंद विभाग के निर्देशन में मंगलवार को शासकीय आईटीआई में दूसरे दिन अल्पविराम परिचय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमे नगरपालिक, शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, जिला शिक्षा केन्द्र, जन अभियान आदि विभागों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व प्रार्थना के साथ हुआ। कार्यक्रम के शुभारंभ में आनंद विभाग के मास्टर ट्रेनर व जिला संपर्क व्यक्ति चेतन राय ने कार्यशाला के बारे में प्रतिभागियों को संक्षिप्त जानकारी दी, साथ ही आनंद विभाग के परिचय व उसके द्वारा संचालित कार्यक्रमों का वीडियो दिखाया।
कार्यक्रम का संयोजन आनंद विभाग के मास्टर ट्रेनर प्रदीप महतो, श्रीमती वंदना श्रीवास्तव एवं श्रीमती वर्णा श्रीवास्तव ने विभिन्न सत्र के माध्यम से स्वयं से मुलाक़ात की प्रक्रिया स्पष्ट की गई।
कार्यक्रम में श्रीमती वर्णा श्रीवास्तव ने आनंद की ओर सत्र के माध्यम से प्रतिभागियों से उनके जीवन का उद्देश्य, आनंद की स्पष्टता के साथ आनंद के घटने और बढ़ने के कारणों पर प्रतिभागियों के अनुभव सुने, श्रीमती वंदना श्रीवास्तव ने जीवन का लेखा-जोखा के माध्यम से मदद के महत्व पर अपने अनुभव साझा किये। प्रदीप मेहतो ने खुद से संपर्क एवं सुधार की प्रक्रिया को रुचिपूर्ण तरीके से समझाया। कार्यक्रम में आनंदम सहयोगीश्रीमती राधा राय, आनंदक मंजू रैकवार, दीपिका शर्मा, नितिन राठौर, ध्रुव कुमार, आईटीआई प्राचार्य खातरकर व आईटीआई स्टाफ का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में गौरव शर्मा, महेश रजक, मनोहर राजपूत, मंजू रैकवार, मीना रैकवार, हीरालाल शर्मा, गोविंद गौर सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रतिभागियों में कहा इस तरह के कार्यक्रम लगातार आयोजित होते रहने चाहिए इससे जहां उन्हें खुद से संवाद करने का अवसर मिला साथ ही साथ उनका तनाव भी दूर हुआ। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते कहा कि यह एकदम अलग तरह की कार्यशाला थी और काफी अद्भुत रही।

About Author

Categories:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!