केसली तहसील के निवारी बांध के फटने की केसे सूचना कलेक्टर को मिली तुरंत ही कलेक्टर एसपी,और सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बांध का किया निरीक्षण और दोषीयो पर कार्यवाही करने की बात कही

रिपोर्ट ब्रजेश कुमार रजक SJ न्यूज एमपी

लोकेशन केसली निवार बांध

केसली तहसील के निवारी बांध के फटने की केसे सूचना कलेक्टर को मिली तुरंत ही कलेक्टर एसपी,और सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बांध का किया निरीक्षण और दोषीयो पर कार्यवाही करने की बात कही

क्या है पूरा मामला

दर असल सागर जिले के केसली विकासखण्ड के ग्राम झिरिया के समीप जल संसाधन विभाग द्वारा झिरिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना अंतर्गत लगभग 3353 लाख लागत से जलाशय का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिससे विकासखण्ड की 1154 कृषि भूमि की सिंचाई का अनुमान है, विभाग द्वारा विगत 5 वर्षो से अधिक समय के बाद भी ठेका कंपनी की कछुआ कार्य प्रणाली और अधिकारियों की उदासीनता के बाद भी परियोजना कार्य आधा-अधूरा पड़़ा है।विभाग द्वारा समय पर कार्य पूर्ण न कर पाने के कारण विगत 2 वर्षो से ठेका कंपनी को लगातार एक्सटेंशन दिया जा रहा है, विभाग के मुताबिक ठेका कंपनी को इस माह जुलाई तक कार्य पूण किया जाना था परंतु ठेका कंपनी इसमें फिर असफल रही। इस वर्ष ग्रीष्मकाल के दौरान ही बांध की पार की पिचिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जाना था परंतु यह कार्य अब भी आधा अधूरा है ठेका कंपनी द्वारा बांध के निचले भराव वाले हिस्से में तो पिचिंग की गई है परंतु लगभग 30 मीटर में पिचिंग शेष है।इस दौरान मानसून की आमद के चलते ठेका कंपनी द्वारा नाला क्लोजर की कार्रवाई कर दी गई। जिसके बाद बांध से रिसाव और खेतों में पानी भरने से ग्रामीणों में भारी नाराजगी उत्पन्न हुई है।खेतों में पानी भरने से फसले हो रही खराबबांध निर्माण कंपनी द्वारा बांध में एकत्र पानी को नियंत्रित करने के लिए स्लूज से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है जो नहरों में जरिये खेतों तक पहुँच रहा है जिसके कारण कई स्थानों पर कच्ची नहरे टूटने से खेत तालाब बन चुके है। खरीफ सीजन की फसले खराब होने से किसानों में खासी नाराजगी है। जिसके चलते निर्माण स्थल पर बड़ी संख्या में किसान एकत्र होकर मामले में ठेका कंपनी और विभाग का विरोध कर रहे है।मामले को लेकर नाराज किसानों ने क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव एवं विभाग के एसडीओ को ज्ञापन सौपकर मामले में ठेका कंपनी के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया कि निर्माणाधीन निवारी बांध में निवारी कलां, निवारी खुर्द, मुहली, केंकरा, कुसमी एवं अमोदा सहित अन्य ग्रामों की भूमि अर्जन की गई थी।परंतु विगत 6 वर्षो से बांध का निर्माण कछुआ गति से चल रहा है। ठेका कंपनी द्वारा बांध के 20 फीसदी हिस्से में ही पिचिंग की गई है इसके बाद भी नाला क्लोजर कर दिया गया है। बांध में आने वाले दो नालों का पानी एकत्र होने से जल भराव हो चुका है जिससे बांध की मिट्टी का कटाव हो रहा है और बांध फटने से अप्रिय स्थिति होने जन हानि एवं पशु हानि की संभावना है।ग्रामीणों का आरोप है कि बांध की पटल भराई में भी ठेका कंपनी द्वारा लापरवाही कर पटल में मुरम एवं पत्थर भरे गये है जिससे बांध की दीवाल कमजोर है। ज्ञापन में बताया गया कि बांध से उत्पन्न स्थिति के कारण निवारी खुर्द, निवारी कलां, चौकी, डुहली आदि में क्षति की संभावना है।

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