ब्यूरो चीफ नरेन्द्र राय SJ न्यूज एमपी
लोकेशन रायसेन
रायसेन।आखिकार रविवार से मानसून ने दस्तक दे दी है।जिससे रायसेन जिला मुख्यालय सहित जिलेभर में बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है।
पिछले 12 साल में चौथी बार प्रदेश के साथ इस बार रायसेन सिटी में ऑन-टाइम मानसून आ रहा है। इससे पहले पिछले चार साल से मानसून प्रदेश में दस्तक देने के 7 से 15 दिन बाद जिले में दस्तक देता था। खास बात यह है कि बिपरजॉय तूफान के कारण मानसून की एंट्री तेज बारिश के बीच हुई है। पिछले 12 साल का रिकॉर्ड देखें तो 7 बार ऐसा हो चुका है जब प्रदेश में पहुंच चुके मानसून को रायसेन पहुंचने में 7 दिन से ज्यादा का वक्त लगा।
इधर बरसात के पहले बिजली कंपनी ने शहर के 12 फीडर पर 58 घंटे बिजली बंद रखकर काम किया ।लेकिन फिर भी घंटों तक बिजली गुल होने से समस्या हो रही है। अरब सागर से पर्याप्त नमी मिलते ही मानसून शहर में प्रवेश कर चुका है। पिछले 12 साल में मानसून की सबसे ज्यादा बेरुखी 2014 में रही। उस दौरान ब्रेक मानसून आया, प्रदेश में 19 जून को मानसून की एंट्री हो गई, लेकिन आने में 27 दिन लगे। 2019 और 2020 में 8 दिन तो 2021 में 7 दिन लगे थे।
बिपरजॉय तूफान का असर….5 दिन देरी से आया मानसून, सपोर्टिंग सिस्टम बना रहा इस साल लगातार सपोर्टिंग सिस्टम बनने से प्रदेश में मानसून की दस्तक के के साथ ही मूसलाधार ने दस्तक दी। ऐसे में पहले दिन ही जिले में 23.5 मिमी बारिश दर्ज हुई है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र सिंह तोमर ने बताया कि इस बार लगातार सिस्टम बनते रहे। जिससे बारिश होती रही। आखिरी में बिपरजॉय तूफान के असर से मानसून पांच दिन लेट जरूर हुआ, लेकिन बारिश के लिए सपोर्टिंग सिस्टम बन नगया।
इस बार जिले में 129.8 मिमी बारिश हो चुकी इस बार जिले में अब तक 129.8 मिमी औसत बारिश रिकार्ड हो चुकी है, जो पिछले साल से 47 मिमी ज्यादा है। भू-अभिलेख शाखा के रिकार्ड अनुसार पिछले साल अब तक 82.5 मिमी ही औसत बारिश रिकार्ड हुई थी।
2021 में सबसे ज्यादा लेट हुआ था मानसून वर्ष 2021 में बारिश की सबसे लंबी खेंच हुई। मानसून तो 18 जून को आ गया था। लेकिन, तेज बारिश 25 जुलाई के बाद हुई थी। 2021 में जुलाई आखिरी में बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम और लो प्रेशर एरिया ने सपोर्ट किया था। ऐसे में सात दिन में ही मानसून काल की 21% बारिश हो गई थी।
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