बच्चों को शिक्षित कर उन्हे राष्ट्र उपयोगी बनाना एकल का उद्देश्य :विकास जैन, एकल आचार्यों ने लिया 30 घंटों का आवासीय प्रशिक्षण, फतेहगढ़ संच का मासिक प्रशिक्षण वर्ग हुआ संपन्न
बच्चों को शिक्षित कर उन्हे राष्ट्र उपयोगी बनाना एकल का उद्देश्य :विकास जैन, एकल आचार्यों ने लिया 30 घंटों का आवासीय प्रशिक्षण, फतेहगढ़ संच का मासिक प्रशिक्षण वर्ग हुआ संपन्न
गुना। एकल अभियान का मुख्य उद्देश्य पंचमुखी शिक्षा के माध्यम से जनजाति समाज के बीच पहुंच ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे वंचित और शोषित वर्ग के बच्चों को पंचमुखी शिक्षा प्रदान करना है, जिससे वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें. इसके साथ ही, समाज को जागृत करना एवं एकल विद्यालय के आचार्य गांव गांव में शिक्षा की अलख जगाते हुए छात्रों में सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों का विकास करना ही एकल अभियान का मुख्य उद्देश्य हे: उक्त बात एकल अभियान P 7 प्रभाग जागरण शिक्षा प्रभारी विकास जैन नखराली ने एकल प्रशिक्षण वर्ग में आए आचार्यों को मार्गदर्शन करते हुए कही। बता दे कि अंचल गुना के अंतर्गत संच फतेहगढ़ में सोमवार को एकल अभियान मध्य भारत संभाग चंबल भाग अंचल गुना के संच फतेहगढ़ में 30 घंटे का आवासीय मासिक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। जिसका समापन मंगलवार को हुआ। अतिथियों ने सर्वप्रथम मां सरस्वती जी एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया। वर्ग को संबोधित करते हुए एकल अध्यक्ष मनीष भार्गव ने संस्कार शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हमारी जीवन शैली ही संस्कारित समाज की संरचना करेगी और संस्कारित समाज ही संस्कारित राष्ट्र का निर्माण करेगा। चंबल भाग कार्यालय प्रमुख विजय सिंह, संच अध्यक्ष नंदकिशोर बैरागी, संच सचिव अरविंद श्रीवास्तव, संच महिला अध्यक्ष शारदा त्रिपाठी ने भी वर्ग को संबोधित कर आचार्यों का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर अंचल गतिविधि प्रमुख पप्पू सिंह बंजारा, अंचल व्यास सोनू बंजारा, संच प्रमुख कल्याण सिंह, नवीन संच सदस्य संतोष ओझा, सदस्य कैलाश, पूर्व संच प्रमुख राजकुमार शर्मा एवं सभी आचार्य भैया और बहनों ने मासिक वर्ग के 30 घंटे की बैठक में उपस्थित रहकर अपने अपने संस्मरण बताएं। पी 7 जागरण शिक्षा प्रभारी श्री जैन ने कहा कि चंबल भाग अंचल गुना के अक्टूबर माह में 271 विद्यालय में से 147 विद्यालय A ग्रेड में रहे। जिसमें संच फतेहगढ़ से 15 आचार्य A ग्रेड में रहे, प्रथम रवीना अहिरवार विद्यालय ग्राम सावरा मोदी, द्वितीय संतोष जाटव विद्यालय ग्राम झिरी, तृतीय नम्रता लोधी, विद्यालय ग्राम जागेश्वरी रहे जिनको समिति द्वारा उनके उत्कृष्ट कार्य की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया। विकास जैन ने कहा कि एकल अभियान उन क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करती है जहाँ पारंपरिक स्कूल उपलब्ध नहीं हैं, ऐसे जनजाति समाज के बच्चों को एकल विद्यालय प्रतिदिन नियमित लगाकर उनके बच्चों को पंचमुखी शिक्षा के साथ साथ खेल, योग एवं अन्य गतिविधियों द्वारा बच्चों को शिक्षित कर उन्हे राष्ट्र उपयोगी बनाने का कार्य ही एकल अभियान का उद्देश्य हे।
Leave a Reply