दादा की टोपी पहनकर निकला पोता, खानदानी विरासत के लिए मैदान फतह किया मंडलेश्वर मुस्लिम जमात में चुनाव से हुआ सदर का फैसला

खरगोन जिला ब्यूरो🖊️ चीफ जीतू पटेल

लोकेशन मंडलेश्वर

दादा की टोपी पहनकर निकला पोता, खानदानी विरासत के लिए मैदान फतह किया मंडलेश्वर मुस्लिम जमात में चुनाव से हुआ सदर का फैसला

मंडलेश्वर / स्थानीय मुस्लिम जमात के सदर पद के लिए नगर में चुनाव होना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना।नगर के मुस्लिम जमात के वर्तमान सदर शेख कलीम के कार्यकाल की समाप्ति पर दूसरे सदर के लिए खींचतान शुरू हुई। नए सदर की दौड़ में पूर्व सदर साबीर पठान और पूर्व पार्षद सलीम जोए मैदान में आए इनके बीच एक युवा चेहरे साहिल कुरैशी ने भी ताल ठोक दी।तीन उम्मीदवारों में आम सहमती बनाने के सारे प्रयास विफल होने के बाद अंत में जमात द्वारा चुनाव मतदान से कराने पर सहमति हुई।चुनाव की जिम्मेदारी दी गई प्रशासनिक अनुभव रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार एजाज कुरैशी को कुरैशी के सामने यह चुनाव एक चुनौती था जिसे उन्होंने बखूबी निष्पक्ष तरीके से कराया।उन्होंने अपनी टीम में सोहराब अली राजा,जावेद दितावत, जावेद शेख फिरोज खान , अरबाज खान, नदीम खान ,आदेश खान,अकील शेख , सलीम खान और रमीज शेख को लेकर पहले मतदाता सूची बनाई जिसमें 18 वर्ष के युवाओं को जोड़ा फिर विधिवत मतदान कराया।मतगणना भी बड़ा चुनौती पूर्ण कार्य था जिसमें भी कम समय में परिणाम घोषित कर शांतिपूर्वक सदर की घोषणा की गई।शहर सदर के लिए कुल 948 मतदाता अधिकृत किए गए जिनमें से 834 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर साहिल कुरैशी को सदर चुना।इस त्रिकोणीय मुकाबले में मुख्य प्रतिद्वंदी नगर परिषद के पार्षद और नौ साल तक रहे शहर सदर साबीर पठान को मात्र 306 मत मिले तीसरे उम्मीदवार को 17 वोटो पर संतोष करना पड़ा:

 *पहली बार मतदान से चुना सदर*

शहर सदर के चुनाव में पहली बार मतदान की नौबत आई।यह पहला अवसर है जब किसी अनुभवी व्यक्ति को किसी युवा ने सीधी चुनौती दी

इस चुनाव में नौ साल के अनुभवी पूर्व सदर के कामकाज का भी समाज जन द्वार विश्लेषण किया गया।साहिल कुरैशी एक राजनीतिक परिवार का प्रतिनिधित्व करता है उनके दादा मरहूम हाजी अब्दुल समद कुरैशी नगर परिषद मंडलेश्वर के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे उनके बड़े पापा हाजी अब्दुल खालिक कुरैशी भी नगर परिषद के अध्यक्ष रहे है। साहिल का राजनीतिक जीवन 2017 में शुरू हुआ जब उन्होंने सक्रिय होकर 2017 के नगर परिषद चुनाव में वार्ड 3 से एजाज कुरैशी को जीत दिलाई 2022 के नगर परिषद चुनाव में बड़े भाई मुजीब की जीत में भी उनकी बड़ी भूमिका मानी जाती है। पेशे से पत्रकार और एस के प्रापर्टी के ऑनर होने के साथ समाज सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है।उनके शहर सदर चुने जाने से मुस्लिम समाज में उन्नति और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त होने की शुरुवात भी हो चुकी है अपने निर्वाचित होने के तुरंत उनकी टीम ने समाज की ऐसी 108 बालक बालिकाओं की लिस्ट तैयार की है जो आर्थिक कारणों से स्कूल नहीं जा रहे है उन्हें चिन्हित कर स्कूल भेजा जाएगा उनकी पढ़ाई का खर्च सदर द्वारा उठाया जाएगा।

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