प्रधानमंत्री की स्वछता अभियान को पलिता लगा रही ग्राम पंचायत झकनावदा। नल जल योजना भी हुई फेल ना आया पानी ओर ना हुआ योजना का सही से क्रियान्वयन। स्वछ भारत के नाम पर सरकार की आँखों मे धूल झोंक रही ग्राम पंचायत झकनावद।
प्रधानमंत्री की स्वछता अभियान को पलिता लगा रही ग्राम पंचायत झकनावदा। नल जल योजना भी हुई फेल ना आया पानी ओर ना हुआ योजना का सही से क्रियान्वयन। स्वछ भारत के नाम पर सरकार की आँखों मे धूल झोंक रही ग्राम पंचायत झकनावद।
पेटलावद जनपद पंचायत की सबसे बड़ी पंचायत व टप्पा तेहसील के नाम से जाने जानी वाली ग्राम पंचायत झकनावद जो की भृस्टाचार के अंतिम छोर की चरम सीमा पर है इस ग्राम पंचायत की कई बार खबरे प्रकाशित हो चुकी है लेकिन इस पंचायत पर उच्च अधिकारियों का इतना आशीर्वाद बना हुआ है की कोई कितनी भी खबर लगा दे, या कितनी भी शिकायत करदे या सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करे कभी कार्यवाही नहीं होती। साथ हि राजनेताओं का भी इस ग्राम पंचायत को समर्थन मील रहा है जिसके चलते कार्यवाही के नाम पर ग्रामीणों को सिर्फ भरोसा दिलाया जाता है ओर झूठा आश्वासन मिलता है। लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कागजी कार्यवाही के निर्देश दिये जाते है पर उन पर कोई अमल नहीं होता। जैसे की हाथी के कान मे चींटी की कहावत सुनी हो कोई फर्क नहीं पड़ता। यहा तक की ग्राम पंचायत को नही पता है की गाव की बोलो भाली जनता की क्या समस्या है। ओर ग्रामीणजनो की इस समस्या का कैसे समाधान होगा । गाँव की नालिया कीचड़ से भरी पड़ी है। पिने के पानी की समस्या, सड़को की समस्या, प्रधानमंत्री योजना की समस्या, तो शौचालय की समस्या तो गाव की सफाई की समस्या, सरकारी जमीनों पर अतिक्रमणकारियों का हक हद से ज्यादा, सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण, जिधर देखो उधर समस्याओ का भंडार लगा हुआ है उसके बाद भी ग्राम पंचायत हे की कुछ करने को तैयार नहीं है। ओर अगर शिकायत करो तो उसका कोई मतलब नही सिर्फ समय खराब करना पड़ता है इस लिए कोई कुछ बोलता नही है। सब आँखों वाले अंधे बन कर बैठे है। कहा जाता है की देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी के द्वारा हर गाव को स्वच्छ बनाने के लिए हर गाव मे सडक जनहितेसी कई योजनाएँ लागु की है ओर अभी भी कर रहे है। लेकिन उनकी मेहनत पर पानी फेरने का काम ग्राम पंचायत झकनावदा बखूबी निभा रही है कोई कसर बाकी नही छोड़ी। वही स्वछता के नाम पर बिल लगा कर पैसे निकालने से लेकर,से हर उस योजना में भ्रष्टाचार किया गया है की आप ओर हम अंदाजा भी नही लगा सकते है। खेर यह सब जांच मे बहार आ सकता हे अगर उच्चाधिकारियों के द्वारा ठोस कार्यवाही की जाए यहा तक की रहे है पर जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही हैं और जनता परेशांन है अभी गर्मी मे ये हालत है तो सोचो बरसात में का होगा
जिधर देखो कूड़ा कचरा पड़ा है पर ग्राम पंचायत को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता हैं। प्रधान मंत्री कहते है स्वछ भारत स्वस्थ भारत पर यहाँ पर तो जो कचरा गाड़ी सरकार के द्वारा दी गई है। ग्राम पंचायत उसमे डीजल तक नही डलवा पा रही है। क्योकि उनके हि पेट नही भरा रहे है तो वो गाड़ी मे कहा से डालेंगे। और जो गाड़ी रोजाना चलनी चाहिए वो महज 4 रोज 8 रोज मे एक बार चल रही हैं ओर बिल रोजाना के हिसाब से लगाकर पैसा निकाला जा रहा है। और फिर भी ग्राम पंचायत समिति के सदस्य जो बैठे है वो अपने आप को पार्टी के मुख्यधारा मानते है ओर उनके बोलने पर हि सब ग्राम पंचायत मे होगा। इसका सीधा मतलब यही है की पार्टी की छवि को धूल मे मिलाने का काम इनके द्वारा हि किया जा रहा है एक ओर पार्टी गरीबो की मशीहा बताती है ओर दूसरी ओर उनके हि लोग गरीब लोगो के हक पर अपना कबज्जा करके बैठे है। ओर उनके हि लोग ग्राम पंचायत मे बैठकर वाह वाही लूट रहे है। झकनावद की जनता की कड़वी हकीकत कौन बया कर सकता है
गाव के जागरूक नागरिक का कहना है की हमारे घर के आस पास जो नाली है वह नाली बहुत समय से जाम हो चुकी कि
उस नाली के जाम होने से उस नाली का पानी हमारे घर मे आ रहा है और मछरर भी हो रहे है। जिससे मोहल्ले वाले हमेशा भीमारी का सामना कर रहे है कभी बुखार,सर्दी जुखाम, तो कभी मलेरिया, लेकिन ग्राम पंचायत को इससे क्या उनकी तो रोटिया सिक रही है ग्रामीण जनता जाये भाड़ मे। यह बात उतनी हि सत्य है जीतनी की ग्राम पंचायत को सब जानते हुए भी कुछ भी दिखाई नही दे रहा है। गाँव का नागरिक गणेश सोलंकी माली।
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