समय के बदलते चक्र में वैदिक घड़ी से दुनिया में मध्यप्रदेश और देश का नाम बढ़ेगा- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

खरगोन जिला ब्यूरो जीतू 🖋️ पटेल

 

लोकेशन उज्जैन

 

समय के बदलते चक्र में वैदिक घड़ी से दुनिया में मध्यप्रदेश और देश का नाम बढ़ेगा- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

मुख्यमंत्री द्वारा उज्जैन में विक्रमोत्सव -2024 उज्जैन का शुभारंभ

 

रिजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव-उज्जैन 2024 एवं उज्जयिनी व्यापार मेले का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ

 

मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना की 1.29 करोड़ लाभार्थी बहनों के खाते में सिंगल क्लिक से अंतरित की 1576 करोड़ की राशि

 

लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत 2.85 लाख बालिकाओं के खाते में 85 करोड़ की राशि अंतरित

 

मुख्यमंत्री ने किया विक्रम पांचांग का विमोचन

 

01 मार्च 2024 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि समय के बदलते चक्र में उज्जैन में स्थापित दुनिया की पहली वैदिक घड़ी मध्यप्रदेश एवं देश का नाम दुनिया में बढ़ायेगी। अब भारत का समय दुनिया में जाना जायेगा। प्रदेश सरकार सम्राट विक्रामादित्य पर आधारित साहित्य का सृजन करने का प्रयास भी कर रही है। सम्राट विक्रामादित्य पर हमें सदैव गर्व रहा है। उक्त विचार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कालीदास अकादमी उज्जैन में संस्कृति विभाग स्वराज संस्थान एवं जिला प्रशासन द्वारा आयोजित विक्रमोत्सव-2024 रीजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव उज्जैन-2024, उज्जयिनी व्यापार मेला-2024 का रिमोट के माध्यम से शुभारंभ कर समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।

 

इस मौके पर एमएसएमई मंत्री श्री चेतन कश्यप, पर्यटन एवं संस्कृति फिर राज्यमंत्री श्री धर्मेन्द्र लोधी, सांसद श्री अनिल फिरोजिया और विधायक सर्वश्री अनिल जैन कालुहेड़ा, सतीश मालवीय, चिंतामण मालवीय तथा महापौर श्री मुकेश टटवाल मंचासीन थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य द्वारा स्थापित सभ्यता के आदित्य को दुनिया में पहचाना गया है। नागरिक तंत्र स्थापना के प्रथम पुरूष के रूप में सम्राट विक्रामादित्य जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि विक्रमोत्सव सरकार द्वारा समाज को साथ लेकर चलने वाला उत्सव है। उज्जैन काल गणना की नगरी है। साथ ही महॉकाल की नगरी भी उज्जयिनी है। हम सनातन संस्कृति के संवाहक हैं। सनातन संस्कृति पर हमें गर्व है। महाकवि कालीदास ने अपने ग्रंथों/काव्यों के माध्यम से उज्जैन की गौरवगाथा का वर्णन किया है।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर अर्ष भारत, वीर भारत, संकल्पन्यास, मण्डला, डिंडोरी, जबलपुर, सतना, आदि जिलों के स्वाधीनता संग्राम सेनानियों पर आधारित पुस्तकों, रामराजा शीर्षक से प्रकाशित पुस्तकों और ओरछा के रामराजा सीडी का विमोचन भी किया।

 

इस अवसर पर केन्द्रीय नागरिक उडड्यन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअल उद्बोधन में कहा कि उज्जैन प्राचीन नगरी है। उज्जैन मध्यप्रदेश ही नहीं समूचे विश्व की एक प्राचीन धरोहर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव उज्जैन ही नहीं पूरे प्रदेश का विकास करने का कार्य कर रहे हैं यह गौरव की बात है। उज्जैन को धार्मिक, आध्यात्मिक केन्द्र ही नहीं व्यापार, व्यवसाय एवं प्रमुख औद्योगिक केन्द्र बनाने का प्रयास भी मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जा रहा है। उज्जैन के विकास में सिंधिया परिवार के योगदान उल्लेख करते हुए श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि महाराजा राणोजी सिंधिया द्वारा महाकाल मंदिर निर्माण करवाया गया था और माधव महाराज द्वितीय ने माधवगंज में फ्रीट्रेड फेयर की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि उज्जैन में अपार संभावनाएं हैं। उज्जैन व्यापार मेले की शुरूआत प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण कदम है। मध्यप्रदेश में कृषि के साथ ही फार्मा इंडस्ट्री, टेक्सटाइल के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं। श्री सिंधिया ने कहा कि इन्दौर के बाद उज्जैन मध्यप्रदेश में आने वाले समय में मिनी बाम्बे के रूप में पहचाना जावेगा।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंचासीन अतिथियों के साथ मां सरस्वती एवं सम्राट विक्रमादित्य के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री पारस जैन, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुण्डला, श्री जगदीश अग्रवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल उपस्थित थे।

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