विवेक चंद्रा टीकमगढ़
अटल भू जल योजना का प्रशिक्षण मांग पक्ष प्रबंधन द्वारा पानी की बचत के लिए जारी – DPMU,
टीकमगढ़ जिले में जल एव भूमि प्रबंध संस्थान (वाल्मी) भोपाल एवं स्टेट प्रोग्राम मेनेजमेंट यूनिट (SPMU) और DPMU के दिशा निर्देशानुसार पंचायत स्तरीय प्रशिक्षण पलेरा जनपद की 71 ग्राम पंचायतो मे दिए जा रहे है प्रतिभागियों में जल सुरक्षा को लेकर ग्राम जल एव स्वच्छता तदर्थ समिति समिति के अध्यक्ष सचिव एव सदस्य,एव समूह की बहनो एवं ग्रामीण लोग की उपस्थिति रहती है जहा ब्लॉक पलेरा जनपद सीईओ सिद्ध गोपाल वर्मा जी के संरक्षण में एव वाल्मी के ट्रेनिंग सुपरवाइजर विनय श्रीवास के नेतृत्व में विकासखण्ड पलेरा मे वाल्मी भोपाल के मास्टर ट्रेनर विवेक अहिरवार, धर्मेंद्र खरे,नीलम यादव, दीपक सिंह ठाकुर, पायल विश्वकर्मा द्वारा 13वे चरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है प्रषिक्षणार्थियों एवं प्रषिक्षकों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रषिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इस तेरवें चरण के प्रषिक्षण में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि विषय वस्तु किसानों और ग्रामीणों की रूची है *मांग पक्ष प्रबंधन के माध्यम से पानी को कैसे बचाया जायें*
प्रषिक्षण की विषय वस्तु श्रंखला में सर्वप्रथम जल बजट का पुनर्रावलोकन करते हुए प्रतिभागियों को जल बजट कैसे बनाया जाता है , सिखाया जा रहा है। पानी हमें कहां से और कितना प्राप्त होता है , हम पानी का वर्ष भर में कितना उपयोग कहां-कहां और कैसे करते है और बाद में पानी की बचत की गणना कैसे होती है इसे बताया जाता है। पीजो मीटर, वर्षा मापी यंत्र एवं पंचायत अन्तर्गत चयनित 10 कुओं के जल स्तर के माध्यम से हमे इसकी जानकारी प्राप्त होती है।
मांग पक्ष से तात्पर्य एवं मांग पक्ष प्रबंधन से आसय सीधा-सीधा है कि हमें पानी की आवश्यकता अनुसार ही उपयोग करना चाहिए, सिंचाई के साधन, कम पानी खपत वाली फसले एवं घरेलू उपयोग में पानी की बरबादी नहीं करना और हो सके तो उपयोग किया गया पानी को दुबारा कैसे उपयोग किया जा सकता है।
मांग पक्ष में प्रबंधन की गतिविधियां जैसे कि खेती में पानी की सिचाई ड्रिप एवं स्प्रिकंल रैनगन के माध्यम से किया जाना चाहिए , इसे कैस और कहां से प्राप्त किया जा सकता है कितना अनुदान मिलता है और आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड , बैक पास बुक , जाति प्रमाण , बी-1 की प्रति, एवं बिजली कनेक्शन का प्रमाण पत्र की छायाप्रति लगाना होगी आदि , की जानकारी मास्टर ट्रेनरो द्वारा दी जा रही है उद्यानिकी एवं बागवानी विभाग से अनुदान की जानकारी दी गई इसी के साथ जैविक खेती , भूमि का समतलीकरण से लाभ की जानकारी देने के साथ साथ मल्चिंग से होने वाले लाभो की जानकारी दी गई जिसमें जल की बचत, बीजों की सुरक्षा, पौधों का स्वास्थ्य, होना फसल का सही विकास होता है । फसल चक्र अपानाने से भी उत्पादन में वृद्धि होती है। मोटे अनाज व दलहनी फसलों के उत्पादन में भी पानी की खपत कम होती है।
पलेरा विकासखंड की पंचायत बखत पुरा , सैपुरा एवम बेड़री, बेला में 6 फरवरी 2024 से 13वे चरण के प्रशिक्षण निरंतर प्लान अनुसार चल रहे हैं मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद् के वालंटियरो का प्रशिक्षण मे सहयोग मिल रहा है आज प्रशिक्षण मे DPMU से आईईसी विशेषज्ञ सुरेंद्र सेठ, पलेरा ब्लॉक समन्वय राजकुमार जैन महिला बाल विकास विभाग से सेक्टर सुपर वाइजर श्री मति शशि मिश्रा जी प्रशिक्षण मे उपस्थित हुई और सभी को जल प्रबंधन एवं सरकार की महत्पूर्ण योजनाओं पर जागरूक किया ब्लॉक से भू जल विशेषज्ञ विनय अहिरवार, सिविल इंजीनियर हरीश प्रताप सिंह, एग्रीकल्चर एक्सपर्ट शैलेंद्र सेगर सेक्टर प्रभारी दशरथ धनुर्धारी उपस्थित हुए साथ ही वाटर फिलो मीटर के संबंधी जानकारी ली गई।बेड़री ग्राम पंचायत में वाटर गेम का ग्रामीणों के बीच प्रदर्शित किया गया।
Leave a Reply