जिला मुख्य चिकित्सा विभाग रायसेन में पदस्थ बाबुओं, कर्मचारियों, रेडियोग्राफर की अंक सूची डिप्लोमा फर्जी, इनकी भी जांच की जाए

ब्यूरो चीफ नरेन्द्र राय SJ न्यूज एमपी

 

लोकेशन रायसेन

 

जिला मुख्य चिकित्सा विभाग रायसेन में पदस्थ बाबुओं, कर्मचारियों, रेडियोग्राफर की अंक सूची डिप्लोमा फर्जी, इनकी भी जांच की जाए…

 

रायसेन जिले सीएमएचओ कार्यालय रायसेन ,जिला अस्पताल साँची के सिविल अस्पताल में सालों से पदस्थ एक्सरे जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाले हुए हैं।युवा कांग्रेस अध्यक्ष विकास शर्मा ,नपा रायसेन में नेताप्रतिपक्ष प्रभात चावला प्रदेश सचिव रूपेश तन्तवार सहित नागरिकों ने इन रेडियोग्राफरों के सांइस के डिप्लोमा,मार्कशीटों की भी बारीकी से जांच कराई जाए।शहर में ऐसी जनचर्चा है कि कई बाबुओं, तकनीकी प्रभारियों ने नकली फर्जी जाली डिप्लोमा मार्कशीटें लगाकर सालों से नौकरी कर करोड़ों रुपए की कमाई कर चुके हैं।भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि रेडियोग्राफरों के असली डिप्लोमा भी सर्विस बुक में लगे हुए हैं।कला संकाय की उनकी मार्कशीट लगी है।कार्य एक्सरे विभाग में रेडियोग्राफर का संभाल रहे हैं।जबकि शासन के नियमानुसार रेडियोग्राफर का डिप्लोमा साइंस विषय से उत्तीर्ण की अंक सूची होना जरूरी है।लेकिन नियम कायदों को ताक पर रखकर जिम्मेदारों की मेहरबानी से सबकुछ उल्टा पुलटा धड़ल्ले से खेल चल रहा है।सीएमएचओ कार्यालय रायसेन में : एक महीने बाद लंबी जांच पड़ताल के बाद जांच रिपोर्ट तैयार,लगभग व

दो करोड़ के पीएफ घोटाले में 16 कर्मचारी वदोषी, अब कार्रवाई का इंतजार,1 करोड़ 92 लाख का घोटाला, 20 लाख का फर्जी भुगतान

रायसेन। सीएमएचओ कार्यालय रायसेन में हुए करोड़ों के पीएफ मृतक अधिकारी कर्मचारियों की 6 वें,7वें एरियर्स की राशि हड़प कर ली थी।राज्य स्तरीय जांच समिति ने दस्तावेजों, ऑनलाइन भुगतान आदि के रिकॉर्ड को खंगालने पर पाया कि विभाग के 16 घोटाले बाजों ने विभिन्न खातों में 1 करोड़ 92 लाख ट्रांसफर किए थे। जबकि 20 लाख का फर्जी भुगतान किया था। इस तरह कुल 2 करोड़ 12 लाख रुपए का घोटाला किया गया।

सर्वप्रथम हिंदुस्तान समाचार ने उठाया था मामला…..

हिंदुस्तान समाचार न्यूज नेटवर्क ने सबसे पहले 10 अगस्त को इस घोटाले का खुलासा करते खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद स्वास्थ्य संचालनालय ने जिला कोषा अधिकारी सहित भोपाल के अधिकारियों की पांच सदस्यीय टीम का गठन कर जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। समिति को पूरा घोटाला पकड़ने और किसने कितनी राशि का गोलमाल किया। यह पता करने में एक माह से अधिक समय लग गया। ये था

फर्जीवाड़े का मामला…..

जिला स्वास्थ्य विभाग में जीपीएफ और डीपीफ सहित अन्य खर्च के नाम पर गोलमाल किया गया। जिले के सांची, सिलवानी, बेगमगंज और रायसेन तथा बाड़ी के लगभग कर्मचारियों के खातों राशि डाली गई। बताया जाता है कि इनमें भ्रत्य, लेखापाल, रेडियो ग्राफर और एलडीसी तक शामिल हैं। इनके खातों में राशि डालकर फिर निकलवाकर जिम्मेदारों ने आर्थिक स्वार्थ सिद्ध किया गया। जानकारी अनुसार यह पूरा मामला 2018 से चल रहा था।

ऐसे खुला था राज। मप्र ट्रेजरी पोर्टल के नए वर्जन इंट्रीग्रेटेड फाइनेंशियल मॉनिटरिंग इन्फॉर्मेशन सिस्टम बदलने के बाद ही यह सारा फर्जीवाड़ा सामने आया। जो डीडीओ सीएमएचओ रायसेन के अधीन हुआ है। क्योंकि जीपीएफ ग्वालियर महालेखागार तक जाता है और डीपीएफ जो जिले तक सीमित रहता है, जिसमें टीए बिल, यात्रा भत्ता बिल के नाम पर भी घोटाला किया गया है।

92 लाख की रिकवरी….

प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग ने दोशी कर्मचारियों से लगभग 92 लाख रुपए वापस विभाग के खाते में जमा कराए हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि घोटाला किया गया। राशि वापस जमा करने वाले कर्मचारी तो सीधे तौर पर दोषी सिद्ध हो गए। बाकी जांच में भी उन पर अन्य के साथ दोष सिद्ध पाया गया।

इनका कहना है….

योजनाओं की राशि में की जा रही गड़बड़ी

प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएमएचओ कार्यालय घोटालों का गढ़ बना हुआ है। यहां कर्मचारियों के पीएफ ही नहीं बल्कि योजनाओं के लिए आने वाली राशि में भी गड़बड़ी की जा रही है। कई योजनाओं के लिए आने वाली हजारों, लाखों की राशि केवल बैनर, पोस्टर में खर्च कर दी जाती है। विभाग के कर्मचारी बताते हैं कि कार्यालय में पदस्थ कुछ पुराने बाबू अधिकारियों से मिलीभगत कर यह घोटाले कर रहे हैं। जिस कार्य के लिए राशि आती है, उसके प्रभारी को केवल कार्य के निर्देश ही दिए जाते हैं। उपयोग के लिए राशि नहीं दी जाती।

सीएमएचओ कार्यालय रायसेन के घोटाले की जांच पूरी हो गई है। बुधवार को ही रिपोर्ट सीएमएचओ को सौंप दी है। अब आगे की कार्रवाई उन्हें करना है। घोटाले की प्रकृति के अनुसार सबसे पहले दोषियों के विरुद्ध एफआइआर होना चाहिए।आरके गुप्ता, जिला कोषालय अधिकारी एवं जांच समिति सदस्य

जांच रिपोर्ट मिल गई है, आज मैं स्वास्थ्य मंत्री के साथ कार्यक्रम में व्यस्त हूं। कल देखता हूं जांच रिपोर्ट में क्या-क्या है।प्रदेश स्तर से जांच रिपोर्ट आ चुका की।

डॉ. दिनेश खत्री, सीएमएचओ रायसेन

About Author

Categories:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!