माननीय राष्ट्रपति द्रोपदी जी का अपमान बर्दास्त नही करेगा हिंदुस्तान–दिलीप पाण्डेय
राष्ट्र और समाज के प्रति संकुचित मानसिकता के साथ कुंठित विचारों का पर्याय है कांग्रेस के नेता, उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने कहा कि,कांग्रेस के शाही परिवार का अहंकार देश ने फिर देख लिया है। काग्रेस जिसकी स्थापना अंग्रेजो ने की थी। आज भी काग्रेस लार्ड डलहौजी की नीति पर ही काम कर रही है। फूट डालो सत्ता हासिल करो। सत्ता न मिले तो राष्ट्र की मात्र शक्तियो का अपमान करो। कल सम्मानीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने संसद को संबोधित किया। उन्होंने बहुत ही बेहतरीन तरीके से अपनी बात सरल सब्दो में राष्ट्र के समक्ष रखी, लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार उनके अपमान पर उतर आया है।शाही परिवार के एक सदस्य ने कहा कि आदिवासी बेटी ने बोरिंग भाषण दिया।दूसरे ने उन्हें पुअर थिंक कहा। ये देश के आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है।राष्ट्रपति मुर्मू जी को “बेचारी” कहना काग्रेस कि हीन भावना को दरसाता है।
निवर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष श्री दिलीप पाण्डेय जी ने सोनिया के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। श्री पाण्डेय जी ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पूर्णता देश और समाज विरोधी हो चुकी है। काग्रेश वामपंथी सोच के प्रभाव में आ गई है, इसलिए महामहिम जैसे गरिमामयी पद पर सुशोभित मुर्मू जी के लिए इस तरह की निकृष्ट भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस हमेशा उन सशक्त महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश करती है, जो उसके वंशवादी नैरेटिव में फिट नहीं बैठतीं। कांग्रेस यह हजम नहीं कर पा रही है कि आजअनुसूचित जनजाति वर्ग से आई एक महिला भारत के सर्वोच्च पद को सुशोभित कर रही हैं।भारत इस अपमान को कभी नहीं भूलेगा। राष्ट्रपति का ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ। कॉन्ग्रेस सांसद सोनिया गाँधी और उनके बेटे एवं विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने राष्ट्रपति के खिलाफ जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है। पाण्डेय जी ने कहा कि उधार के सरनेम से कोई महान नही होता है। महान बनने हेतु उत्कृष्ट कार्य करना पड़ता है। अलगाव नही एकत्व की बात करना पड़ता है। महानता उधारी के सरनेम से नही आती। फिरोज खान के पोते राहुल, गांधी सरनेम का उपयोग करने के बाद भी फ्लाफ़ हो चुके है। लगातार राष्ट्रवादी समाजवादी जनता सोनिया प्राइवेट लिमिटेड को नकार रही है। काग्रेश केवल वंशवादी देशघाती पार्टी बनकर रह गई है। इटली से आई सोनिया भारत की संस्कृति संस्कार को आज तक अंगीकार नही कर पाई है। गरीब परिवार की बेटियाँ आगे बढ़े यह काग्रेश जैसी परिवारवादी पार्टी बर्दास्त नही कर पा रही है। दरअसल, संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार की उपलब्धियो को बता रही थी उन्होंने कहा कि सरकार वूमेन लेड डेवलपमेंट और महिलाओं के नेतृत्व में भारत को सशक्त बनाने में विश्वाश रखती। उन्होंने ‘एक देश, एक चुनाव’ और ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक’ जैसे कानूनों के लिए सरकार की सराहना की।कल संसद में बजट सत्र के शुभारंभ के अवसर पर आदरणीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी का अभिभाषण हमारे ऐतिहासिक विजन का रोडमैप है। माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने विगत 10वर्षों में ‘विकसित भारत’ की यात्रा को नई ऊर्जा दी है। हमारी सरकार परफॉर्म, रिफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के संकल्प को तेज गति से आगे बढ़ा रही है।विकसित भारत के उड़ान को हमारे संविधान के आदर्शों का सशक्त मार्गदर्शन मिलता रहे इसके लिए हमारी सरकार ने सेवा, सुशासन, समृद्धि और गरीब कल्याण आदि प्रमुख सिद्धांतों को केंद्र में रखा है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि देश के विकास का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मिलने से सार्थक विकास की अवधारणा साकार होगी।
‘अंत्योदय’ के संकल्प के साथ भारत प्रगति और प्रतिष्ठा के पथ पर तीव्र गति से अग्रसर है।
नेहरू परिवार के अहंकार की झलक कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणी में दिखी है जो न केवल राष्ट्रपति पद, बल्कि आदिवासी समुदाय व नारी शक्ति का भी अपमान है। देश का अपमान है । हमें गर्व है कि ग़रीब परिवार की बेटी द्रौपदी मुर्मू जी ने संघर्ष से सर्वोच्च पद तक सफर तय किया। वह सशक्त आदिवासी महिला हैं, जो देश की प्रेरणा हैं। सोनिया गांधी राहुल गांधी को बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
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