ये भाई जरा देखके- यहां होता है कोई न कोई हादसा, यातायात के बिगड़े हालात यातायात पुलिस ने दिखाई सक्रियता, प्रयास शुरू होने से जगी सुधार की उम्मीद
टीकमगढ़। शहर की चरमराई यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए यातायात विभाग सक्रिय होता नजर आने लगा है। हालांकि शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाए बिना यातायात व्यवस्था में सुधार आना संभव नहीं है। शहर के फुटपाथ अतिक्रमण एवं नालियों पर रखे दुकानदारों के सामान को हटाए बिना परेशानियां कम नहीं होंगी। बताया गया है कि शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ट्रैफि क पुलिस ने एक बार फि र सख्ती बरतना शुरू कर दी है। मंगलवार को एसपी के निर्देश पर यातायात प्रभारी कैलाश पटेल ने शहर के प्रमुख रास्तों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी के लिए बैरिकेड्स लगाए। मंगलवार को शाम 4 बजे शहर में अनाउंसमेंट करा कर दुकानदारों को सडक़ पर सामान नहीं रखने की हिदायत दी। अब देखना है कि इस अनाउंस के बाद दुकानदारों की मनमानी पर कहां तक अंकुश लगता है। शहर की सडक़ों पर लगने वाली दुकानें और मुख्य चौराहों पर लगने वाले ठेलों के साथ ही सरकारी भूमि पर रखी जाने वाली दुकानें इन दिनों सिरदर्द बनी हुई है। नवीन बस स्टेंड सहित शहर के चौराहों पर अव्यवस्थित खड़ी टैक्सियों की अनदेखी किए जाने से भी यातायात व्यवस्था बिगड़ती नजर आती रही है। अब देखना है कि शहर में होने वाले हादसों पर अंकुश लगाने में यातायात पुलिस कहां तक कामयाब होती है। यातायात प्रभारी ने बताया कि करीब 3 माह पहले शहर के चारों ओर प्रमुख रास्तों पर बैरिकेट्स लगाकर भारी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया था। कुछ सडक़ों पर मिट्टी से भरे ड्रम रखे गए थे। ताकि तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाई जा सके। कुछ सडक़ों पर रखे ड्रम क्षतिग्रस्त हो गए थे। आज एक बार फिर बैरिकेट्स और ड्रमों को व्यवस्थित किया गया। इसके अलावा शहर में भ्रमण कर दुकानदारों को सडक़ पर समान नहीं रखने की हिदायत दी गई। मुख्य बाजार में सडक़ पर लगे फल और सब्जी के ठेलों को हटाया गया। यातायात प्रभारी ने शहर में अनाउंसमेंट करा कर कहा कि दोबारा सडक़ पर सामान रखने और ठेला लगाने पर जप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
जाम देख लोग कह उठते हैं हाय राम-
मुख्य मार्गों पर लगने वाले जाम में फंसे लोगों के मुख से केवल एक ही शब्द निकलता है कि हाय राम, जहां देखों आपसी विवाद और गाली गलौज होना भी सामान्य बात हो गई है। शहर के प्रमुख चौराहों और मुख्य बाजार में हर दिन जाम लग रहा है। यातायात समिति की बैठक में मुख्य बाजार में भारी वाहनों का प्रवेश बंद करने की मांग की गई थी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका। कुछ सडक़ों को वन वे करने का प्लान बनाया गया था। कुछ दिनों तक व्यवस्था चली, लेकिन एक बार फिर यातायात व्यवस्था गड़बड़ा गई है। यहां बता दें कि संयुक्त कार्यालय मार्ग से लेकर कालेज तिराहा, कोतवाली के पास, नजरबाग मैदान, अस्पताल चौराहा, कटरा बाजार, पपौरा चौराहा, स्टेट बैंक चौराहा सहित अनेक स्थान ऐसे हैं, जहां सडक़ों पर रखी दुकानों ने मार्गों को संकीर्ण बना डाला है। यहां अतिक्रमण कई बार हटाया गया, लेकिन फिर कैसे हो जाता है, यह बात अब तक लोगों की समझ से बाहर है।
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