टीकमगढ़। टीकमगढ़ जिले में विश्व मलेरिया दिवस, 25 अप्रैल को मनाया गया और जिला मुख्यालयों के साथ खण्ड स्तर पर मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए कार्यकर्ताओं ने संकल्प भी लिया। इस अवसर पर जागरूकता संदेश प्रसारित भी किया गया। बताया गया है कि टीकमगढ़ जिले में मलेरिया से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया गया। संकल्प के दौरान कुछ आवश्यक सुझाव भी दिए गए। कहा गया है कि मच्छरों से बचाव के लिए कुछ सावधानियॉ रखना जरूरी है। प्रति सप्ताह अपने घर, कार्यालय, विद्यालयों में कूलर, पानी की टंकी आदि को साफ कर और सुखाकर पानी बदलना एवं स्वच्छ पानी को ढंककर रखना, क्योंकि साफ पानी का सुरक्षित भराव होने से उसमें मच्छर के लार्वा पैदा नहीं होंगे। स्थाई जल भराव के गढ्ढों में मिट्टी का तेल, जला हुआ इंजन ऑयल, टेमीफॉस का छिडक़ाव करना। हैण्ड पम्प के आस पास जल का निकास बनाऐं रखना। कीटनाशक मच्छरदानी का उपयोग करना, दरवाजों, खिड़कियों पर जाली लगाना। मलेरिया के पूर्ण उपचार की जानकारी रखना। मॉसकिटो रेपलेंट, क्वाइल आदि का उपयोग करना। आस-पास बड़े जल स्त्रोत होने पर लार्वा भक्षी गेम्बुसिया मछली के संचयन के लिए मलेरिया कार्यालय का सूचना देना। मच्छर जन्य परिस्थितियों के निदान के बारे में जानना। बुखार आने पर तुरंत मलेरिया की जॉच करावें अथवा स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क करें, निजी क्षेत्र के चिकित्सक और पैथोलॉजी/लैव बुखार की जॉच के बारे में तत्काल जिला मलेरिया कार्यालय को सूचित करें। इस तरह सावधानी रखकर जिले मलेरिया मुक्त भारत 2030 के संकल्प को साकार कर सकेंगे।
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