संत विद्यासागर महाराज को दी विनयांजलि सभी धर्म के लोग हुए शामिल

मुकेश पाटकर की रिपोर्ट

संत विद्यासागर महाराज को दी विनयांजलि

सभी धर्म के लोग हुए शामिल

रायसेन जिले के बेगमगंज में

पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के ब्रम्हलीन होने का समाचार सम्पूर्ण भारतवर्ष के लिए अपूर्णीय क्षति है। ब्रह्मलीन महाराज जी ज्ञान, त्याग, तपस्या और तपोबल का सागर रहे हैं। मानव कल्याण व चेतना जागृति में आपका योगदान युग युगांतर तक हमारे हृदय में, हमारी आस्थाओं में और हमारे जीवनपथ पर शाश्वत रहेंगे। आचार्य जी महाराज ने सिर्फ अपना देह का त्याग किया हैं उनके विचार युगों-युगों तक मानव जति को मार्गदर्शित करते रहेंगें

ब्रह्मांड के देवता आचार्य भगवंत गुरुदेव श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के समताप समाधिमरण पर विनयांजली सभा का आयोजन गांधी बाजार बेगमगंज में परम पूज्यनीय आर्यका मां 105 अनंत मति माता जी सासंघ के परम सानिध्य में आयोजित किया गया। जिसमें सकल दिगम्बर जैन समाज, हिंदू उत्सव समिति एवं नगर के समस्त गणमान्य जनों द्वारा विनयांजलि दी गई। दोपहर करीब 12 बजे समस्त समाजजन बड़ा जैन मंदिर में एकत्रित हुए और मौनपूर्वक सभा स्थल के लिए प्रस्थान किया इस अवसर पर समस्त जैन समाज के प्रतिष्ठान बंद रहे।

कार्यक्रम में बताया गया कि जैन आचार्य विद्यासागर महाराज जैन धर्म के एक महान संत और समाज सुधारक थे. उनका जन्म10 अक्टूबर 1946 को कर्नाटक के बेलगावी जिले के सदलगा में हुआ था।

आचार्य विद्यासागर जी महाराज को हिंदी और संस्कृत सहित मराठ कन्नड़ आदि भाषाओं का ज्ञान था। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी और संस्कृत में कई पुस्तकें भी लिखी, जिसमें से मूक माटी महाकाव्य काफी लोकप्रिय हुआ। वहीं, उनकी सिंह नाम की कविता को कई शैक्षणिक संस्थानों ने अपने पाठ्यक्रम में भी शामिल किया है।

विद्यासागर जी महाराज ने पहले से ही अपनी समाधि का दिन तय कर लिया था।उन्होंने कुछ खास लोगों को यह जानकारी देने के बाद कहा था कि इसकी जानकारी किसी को भी नहीं दी जाए। वह यह चाहते थे कि कोई भी यह जानकारी जानने के बाद परेशान ना हो। यदि यह जानकारी पूरी दुनिया में जाएगी तो हजारों लाखों जैन समाज के लोग चंद्रगिरी के डोंगरगढ़ में एकत्रित होने लगेंगे। इससे लोग परेशान होंगे।

गौरतलब है की पिछले सप्ताह रविवार के दिन वहीं पर विद्यासागर जी ने तीन दिन के मौन के बाद समाधि ली थी।

समाज के प्रमुख लोगों ने यह भी कहा कि विद्यासागर जी महाराज जैसे संत से ही पूरी दुनिया सुरक्षित है। उनके जाने के बाद हमारी यह नैतिक जिम्मेदारी है कि युवा पीढ़ी को धर्म के मार्ग पर अग्रसर करें और ऐसे कई संतों का निर्माण करने में पूरा समाज एक साथ मदद करे।

विनयांजली सभा में विधायक देवेंद्र पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष संदीप लोधी, उपाध्यक्ष सुदर्शन घोषी, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह तोमर,हिंदू उत्सव समिति अध्यक्ष संजय सोलंकी, सईद नादां एडवोकेट, संजय राय, संदीप विश्वकर्मा, राकेश भार्गव, राजेंद्र सिंह फौजी, भगवान सिंह लोधी, हरि साहू पत्रकार, हेमंत विश्वकर्मा, प्रदीप सोनी शून्य, पार्षद राजेश यादव समेत समाज के प्रमुख जनों में पुष्पेंद्र जैन अक्षय जैन सर्राफ, आनंद जैन, शिखर चंद जैन, मुकेश कुमार जैन, संतोष जैन वर्धमान,

जय कुमार जैन, पार्षद अजय जैन प्रवीण जैन,

राजेश जैन इंदौरी, विमल कुमार जैन,

संतोष जैन कंडया समेत भारी संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए और विनयांजलि दी गई।

जैन समाज के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र जैन ने आभार व्यक्त करते हुए अखंड सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से पधारे हुए नगर के गणमान्य जनों, पत्रकार गण एवं हिंदू उत्सव समिति, सियावास कामधेनु सेवा समिति एवं मानव सेवा समिती के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।

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