यातायात पुलिस ने आयोजित किया निजी स्कूल में यातायात जागरूकता सेमीनार
यातायात पुलिस द्वारा शहर के प्रिंस ग्लोबल इंग्लिश स्कूल में यातायात जागरूकता सेमीार आयोजित कर छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों एवं सडक़ सुरक्षा के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। एसपी संजीव कुमार सिंहा के दिशा निर्देशन एवं एएसपी मानसिंह ठाकुर के पर्यवेक्षण में यातायात प्रभारी निरीक्षक अजयप्रताप सिंह कुशवाह द्वारा अपनी यातायात टीम के साथ शनिवार को कैंट क्षेत्र में स्थित प्रिंस ग्लोबल इंग्लिश स्कूल में यातायात नियम एवं सडक़ सुरक्षा जागरूकता सेमिनार आयोजित कर करीब 250 छात्र-छात्राओं को सडक़ सुरक्षा और यातायात के नियमों के संबंध में गहराई से समझाया गया। यातायात प्रभारी द्वारा सेमिनार में बच्चों को बताया कि ट्रैफिक एक भावनात्मक विषय है। क्योंकि यातायात सडक़ हादसे में जिस किसी ने कभी कोई इंसान खोया हो, उस व्यक्ति और उसके परिवार का दुख और दर्द सिर्फ वही समझ सकता है कि रोड पर इन्सान की रक्षा के लिए यातायात नियम कितने महत्वपूर्ण हैं। ट्रैफिक प्रभारी द्वारा सभी बच्चों व स्कूल स्टाफ को अवगत कराया गया कि 90 प्रतिशत दुर्घटनाओं में मृत्यु सिर में गंभीर चोट के कारण होती है । इसलिए दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनना चाहिए एवं जो व्यक्ति पीछे बैठता है उसे भी हेलमेट पहनना चाहिये और यह भी ध्यान रखा जाए कि दोपहिया वाहन पर तीन सवारी बैठकर कभी नहीं चलना चाहिए, इससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ता है और दुर्घटना होने की संभावना रहती हैं ।
बच्चों को समझाया गया कि जब आपकी आयु 18 वर्ष की होगी तब परिवहन विभाग से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के बाद ही आप गाड़ी चला सकेंगे, उससे पहले गाड़ी नही चलाना है । साथ ही बताया कि जब भी चार पहिया वाहन चलाएँ या उसमें सफर करें तो सीट बेल्ट अवश्य बांधें । यह भी बताया गया कि सडक़ों पर मैक्सिमम एक्सीडेंट्स तेज रफ्तार और शराब या अन्य नशा की वजह से होते हैं इसलिए नशा कभी नही करना चाहिए और जब भी आप आपके पेरेन्टस या रिश्तेदार के साथ गाड़ी में हों या पब्लिक व्हीकल में हों और अगर गाड़ी ज्यादा तेज गति से चल रही हो तो अवश्य बोलें कि गाड़ी धीरे चलाएँ । साथ ही गाड़ी चलाते समय मोबाइल फ़ोन का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से इन्सान का ध्यान भंग होता है जिससे सडक़ दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ जाती है । साथ यह भी बताया कि जब भी आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिलता है जिसका एक्सीडेंट हुआ है और उसे मदद की ज़रूरत है तब उसकी मदद ज़रूर करना चाहिए । हेल्प के लिए आप किसी मोबाइल से 100 नंबर या 108 नंबर कॉल करके पुलिस अथवा एंबुलेंस को सूचित करेंगे तो उस व्यक्ति की जान बच सकती है । वह इंसान और उसका परिवार सदैव आपको दुआएं देंगे और ऐसा करने पर गुड सेमेरिटेन योजना के अंतर्गत प्रशासन की ओर से आपको 5000 रुपये की नगद राशि से भी सम्मानित किया जाएगा । कार्यशाला के बाद विद्यार्थियों द्वारा प्रश्न किया कि सडक़ों पर जानवर होने से भी एक्सीडेंट होते हैं, तो जबाव में यातायात प्रभारी द्वारा बताया कि सडक़ों से आवारा मवेशी हटाने के लिए शासन और प्रशासन द्वारा निरंतर सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं आशा है कि निकट भविष्य में इस समस्या से हमें ज़रूर निजात मिल जाएगी ।
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