ये है रायसेन का हिनोतिया गांव का मंजर, जहां इंसान के बीमार होने पर चारपाई पर लिटाकर ग्रामीण उफनती नदी से सफर कर गुजरते हैं….
जिम्मेदारों को दिखाया सच काआइना : पुल से 3 फीट ऊपर बह रहा नदी का पानी, ग्रामीणों को हर साल होती है परेशानी
रायसेन कैप्शन फोटो-कमर तक पानी में खाट पर शव लेकर निकले लोग।
रायसेन।देश की आजादी के लगभग 8 दशक भी जाने के बावजूद भी सांची विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांव अभी भी विकास से अछूते हैं ।गांव में कई जगह पुलियाओं का निर्माण तो कहीं क्षेत्र की नदियों पर अभी भी पुल नहीं बनाए गए ।तो कहीं नालों पर पुलियों का निर्माण भी नहीं हुआ।स्कूल जाने आने वाले बच्चे जान जोखिम में डालकर घुटनों पानी से होकर आते हैं।इतना ही नहीं कई गांव में आज भी सड़कों की समस्या से ग्रामीण दो-चार हो रहे हैं ।इसके बावजूद भी गांव के हालातों पर जिम्मेदारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है । युवा कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सोलंकी कहते हैं इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व वर्तमान भाजपा सांसद एवं कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत बबलू मीणा करते हैं।वहीं देश और प्रदेश में भाजपा की सरकारें सत्तारूढ़ हैं।
ग्रामीणों का दर्द….
मेरे परिवार के राजू सिसोदिया को बारिश के दौरान अचानक सीने में तेज दर्द के चलते तबियत खराब हो गई। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाना था। लेकिन घोड़ापछाड़ नदी के पुल के ऊपर कमर तक पानी भरा हुआ था। 3 फीट पानी से निकलकर चारपाई से लेकर अस्पताल पहुंचे। लेकिन जब तक काफी बहुत देर हो चुकी थी।रामबाबू सिसोदिया, युवक के परिजन
पुल पर 3 फीट पानी होने की वजह से समय से पीड़ित को मदद नहीं मिल पाई। शायद इसी वजह से राजू सिसोदिया की मौत हुई है। यह अकेला मामला नहीं है। 10 से 12 गांवों के हजारों ग्रामीण बारिश के मौसम में हर साल पुल पर पानी चढऩे से परेशान होते हैं।भगवान सिंह, स्थानीय ग्रामीण
सांची विकासखंड के ग्राम हिनोतिया से जो परेशानी की सच्ची तस्वीर सामने आई वह जनप्रतिनिधियों सहित सभी अफसरों व अन्य जिम्मेदारों को क्षेत्र में विकास के वादों का सच्चा आइना दिखा रही है। जहां घोड़ापछाड़ नदी के पुल पर तीन फीट पानी होने के कारण एक बीमार युवक को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका।जब तक परिजन उसे चारपाई पर लिटाकर लेकर अस्पताल पहुंचे।तब तक देर हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने से पहले ही युवक की मौत हो गई।बाद में ग्रामीण शव को खटिया पर रखकर कमर-कमर पानी से लेकर अपने गांव पहुंचे। दरअसल सांची विकासखंड के हिनोतिया, शक्ति टोला, बांसिया सहित 10 से 12 गांव के लोगों को हर साल बारिश के मौसम में परेशानी उठानी पड़ती है। गांव से निकलने वाली घोड़ापछाड़ नदी बारिश ज्यादा होने के चलते पुल से ऊपर बहने लगती है।सुबह हिनोतिया गांव निवासी राजू सिसोदिया नामक युवक की तबीयत अचानक खराब हो गई। सीने में तेज दर्द हुआ तो उसे परिजन अस्पताल ले जाने के लिए घर से निकले, मगर रास्ते में पडऩे वाली घोड़ापछाड नदी ने उनका रास्ता रोक लिया।ग्रामीणों ने बताया कि सरकार और शासन… प्रशासन का सारा सिस्टम भी चारपाई पर है।
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