नारी है निर्मात्री,नारायणी ,व कल्याणी,तहसील स्तरीय नारी संगोष्ठी व प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
गायत्री परिवार की संरक्षक माता भगवती देवी शर्मा के जन्म शताब्दी वर्ष में नारी जागरण आंदोलन के अंतर्गत स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ पर तहसील स्तरीय नारी संगोष्ठी व प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें बडवाह तहसील के विभिन्न गांवों से गायत्री महिला मंडल संचालक बहनों ने भागीदारी की। जिला समन्वय समिति की जिला संयोजक माधुरी दीदी मुकाती ने सभी बहनों को साधना, उपासना व आराधना का विस्तार से विवेचन उदाहरणों सहित दिया।
दीपिका दीदी ने मानव में देवत्व के उदय के लिए संस्कारों की आवश्यकता पर जोर दिया । गर्भ संस्कार आज के समय की विशेष आवश्यकता है। भानुप्रिया कानूनगो ने बच्चों में संस्कारों के विकास , शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक व आध्यात्मिक विकास के लिए बाल संस्कारशाला संचालन के बारे में बताया गया ।जन्मदिन संस्कार को एक आंदोलन के रूप में मनाना चाहिए जन्मदिन संस्कार हमारी भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनाया जाना चाहिए । केक काटकर, मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन नहीं मानना चाहिए, दीपक जलाकर हवन ,पूजा – पाठ के माध्यम से जन्मदिन मनाएं । सुनीता दीदी पाटीदार ने नारी जागरण के बारे में बोलते हुए नारी की महत्ता, विशेषता बताई।
नारी निर्मात्री है, नारी कल्याणी है, नारी को अपनी शक्तियों को पहचानना चाहिए व उन शक्तियों का उपयोग नवनिर्माण के लिए, युग निर्माण के लिए करना चाहिए । सभी बहनों को बताया गया कि सभी को अपने-अपने महिला मंडल के माध्यम से सामूहिक साधना, उपासना व संस्कारों पर जोर देना चाहिए । नारी जागरण के इस कार्यक्रम में जानकी देवी केशरे ,सरिता चौहान ,मधुबाला कुशवाहा, योगिता सोलंकी, ललिता पटेल आदि का विशेष सहयोग रहा अंत में शांति पाठ कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
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