नरेन्द्र राय ब्यूरो चीफ Sj न्यूज़ एमपी रायसेन
लोकेशन:- रायसेन
रायसेन।किसानों की रबी की उपज से काफी उम्मीदें रहती हैं। लेकिन उपज कृषि मंडियों में तो उपज के दाम इतने कम हैं कि किसानों को अपनी लागत निकालने भी मुश्किल पड़ रही है। वहीं सर्वर डाउन होने के कारण खरीदी केन्द्रों पर समर्थन मूल्य में अपनी उपज बेचने के लिए वह स्लॉट बुक भी नहीं कर पा रहा है। बारिश, ओले, आंधी से खराब हुई फसलों का उसे मुआवजा भी नहीं मिल पा रहा है।
गौरतलब है कि सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात करती है।लेकिन अन्नदाता परेशान है। जिले में इस बार गेहूं की फसल पौने 3 लाख हैक्टेयर में बोई गई थी। फरवरी और मार्च माह में बारिश, आंधी और ओले की चपेट में आकर फसलें प्रभावित हुई थी। कृषि विभाग कुल रकबे का 10 प्रतिशत नुकसान मान रहा है।जबकि हकीकत में किसानों की रबी सीजन की 50 से 60 फीसदी गेंहू चने आदि की फसलें चौपट हो गई हैं।
3875 किसानों ने फसल नुकसान को लेकर जानकारी बीमा कंपनी को फोन पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें से 3186 किसानों की फसल का सर्वे बीमा कंपनी द्वारा कर लिया गया है। जबकि 689 किसानों का सर्वे ही अभी तक नहीं हो सका है ग्राम पैमत के किसान राहुल गौर जगदीश पटेल द्वारका पटेल बदामी पटेल ,महू जागीर के बद्री प्रसाद सिंगरौली बाला प्रसाद सिंगरौली ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से फसलों को काफी नुकसान हुआ था।तेज हवा आंधी से फसल आड़ी पड़ गई थी। उत्पादन में काफी अंतर आया है, जहां एक एकड़ में 22 से 25 क्विंटल गेहूं निकलता था, इस बार 12 से 15 बोरे के मान से गेहूं निकल रहा है।
उपसंचालक कृषि रायसेन के अधिकारी एनपी सुमन का कहना है कि जिन किसानों ने बीमा कंपनी की टेलीफोन पर फसल बर्बाद होने की शिकायत कराई उन्हीं किसानों का सर्वे किया गया है। सर्वे कार्य अभी चल रहा है।
जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी आरएम सिंह का कहना है कि सर्वर डाउन होने के कारण से स्लॉट बुकिंग की समस्या आ रही थी, आठ घंटे से स्लॉट बुक हो रहे हैं। अब किसानों को कोई समस्या नहीं आएगी।
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