काग्रेस और उसकी कुर्ताफाड़ ,भ्रामक वादा ख़िलाफी की राजनीति से रहे सावधान : दिलीप पांडे

उमरिया से संजय तिवारी की रिपोर्ट

*काग्रेस और उसकी कुर्ताफाड़ ,भ्रामक वादा ख़िलाफी की राजनीति से रहे सावधान : दिलीप पांडे*

उमरिया से संजय तिवारी की रिपोर्ट

चुनाव में मौका परस्त नेताओं से हमें सजग और जागरूक रहने की जरूरत है। 17 नवंबर को मध्यप्रदेश में मतदान होना है। मित्रों अंग्रेजो की बनाई पार्टी काग्रेस झूठ प्रपंच एवं मतदाताओं से छल करने में कोई कमी नही कर रही है। झूठे वादे और बादाख़िलाफी का लंबा इतिहास काग्रेस का रहा है। भाजपा के लिए सत्ता सेवा का माध्यम है किंतु काग्रेस के लिए सत्ता लूट का माध्यम है। जिससे आप सभी वाकिफ ही है।घोषणाबीर काग्रेस सत्ता में आकर जनता से छल करने का कार्य करती है जिसे सत्ता के बीते 15 माहीनो में हम सभी ने देखा है। किस तरह से प्रसाशन को पंगु करके माफिया सक्रिय हुए थे ट्रांसफर उद्योग चरम पर था यह आपसे छिपा नही है। प्रदेश में लंबे कालखंड तक सत्ता में रही काग्रेस ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की। काग्रेसी नेता अपना और अपने परिजनों का हित करने में ब्यस्त रहे है। काग्रेस जनता की पार्टी है ही नही काग्रेस एक परिवार की पार्टी है। परिवारवाद का पर्याय है काग्रेस, काग्रेस साशन में जनता की कोई सुध लेने वाला नही था। मध्यप्रदेश की दुर्गति करने में दिग्विजय सिंह ने कोई कमी नही की जनता कर्मचारी अधिकारी सब बेहाल थे। प्राकृतिक संपदा से समृद्ध मध्यप्रदेश भारत का अति कुपोषित राज्य बनकर रह गया था। काग्रेस पिछली बार जनता से जो वादे करके सत्ता में आई थी उनमें से 1 भी वादा पूरा नही किया । वादा पूरा करना तो छोड़िए भईया ,शिवराज सरकार द्वारा चलाई गई महत्वपूर्ण योजनाएं जिससे आमजन का हित हो रहा था ऐसी योजनाए जो अंतिम पंक्ति में खड़े ब्यक्ति को संबल दे रही थी उन महत्वपूर्ण योजनाओ को भी कमलनाथ एंड कंपनी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था। भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पांडे ने बताया कि झूठ बोलना जनता को ठगना गुमराह करना काग्रेस कि पुरानी आदत है। काग्रेस सत्ता में रहेगी तो भ्रष्टाचार करेगी और विपक्ष में रहेगी तो जनता को गुमराह करेगी।15 माह की काग्रेस सरकार के कुशासन को हम सबने देखा ही है। चारो ओर अंधेरा हो चला था। जनता के हितार्थ चलाई गई महत्वपूर्ण योजनाओ पर ग्रहण लग चुका था काग्रेस के नेता मंत्री आपस मे ही संग्राम सुरु कर चुके थे। शराब माफिया रेत माफिया गुंडातंत्र सक्रिय था। प्रदेश से कानून का राज खत्म हो चुका था अपराध चरम पर था। चुनावी वादे पूरे करने की जगह कमलनाथ जी ट्रांसफर उद्योग चला रहे थे काग्रेश सरकार में मंत्री रहे पी सी शर्मा तीर्थ दर्शन योजना को लेकर अनर्गल बयान दे रहे थे। ये वही काग्रेस है जो केंद्र में रहते हज सब्सिडी तो देती थी लेकिन मध्यप्रदेश में इसके मंत्री तीर्थ दर्शन योजना पर ग्रहण लगा चुके थे। काग्रेस 15 माह सरकार में रही इस अवधि में इन्हें महाकाल सरकार की आरती से भी दिक़्कत होने लगी थी मंदिर परिसर के ध्वनि विस्तारक यंत्रों से इन्हें दिक़्कत थी कुलमिलाकर तुष्टिकरण की राजनीति में काग्रेस उतर आई थी। हलाकि तुष्टिकरण काग्रेश की पुरानी नीति है। ये वही काग्रेस है जिसने रामजी के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाए थे। राम मंदिर निर्माण न हो इस हेतु काग्रेश ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। उस समय के कद्दावर काग्रेश नेता वा वकील कपिल सिब्बल माननीय कोर्ट में राम मंदिर के खिलाफ दलील पर दलील दिए जा रहे थे। सुनवाई टले जन्मभूमि में मंदिर निर्माण न हो इस हेतु काग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी के दृढ़ इच्छाशक्ति से एवं माननीय कोर्ट के निर्णय के बाद विशाल दिव्य भव्य मंदिर जन्मभूमि पर बन रहा है जिसका लोकार्पण की तिथि भी घोषित हो चुकी है। 22 जनवरी 2024 को रामलला सरकार नव निर्मित मंदिर में विराजमान होंगे।गिनकर 10 दिन में किसान कर्जमाफी सहित तमाम वादों पर सत्ता में आई काग्रेश ने जनता से वादाखिलाफी की थी। किसान कर्जमाफी तो हुई नही बल्कि कांग्रेश सरकार से कर्जमाफी की आस में हमारे किसान भाई डिफाल्टर हो चुके थे। जिनकी ब्याज माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने भरकर किसानों को डिफाल्टर सूची से बाहर निकाला। बेरोजगारी भत्ता देने की बात करके काग्रेश प्रदेश के युवाओं को ढोर चराने और बैंड बजाने का प्रशिक्षण दिलवाने वाली थी। कमलनाथ ने ₹4 हजार महीना बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन एक भी नौजवान को भत्ता नहीं दिया।भाजपा सरकार ने “सीखो कमाओ योजना” से युवाओं का कौशल विकास कर 8 से 10 हजार रुपये महीना देने का काम किया है।वैसे तो बात बात में खजाना खाली है कहने वाली काग्रेस मध्यप्रदेश में फिल्मी कलाकारों को बुलाकर नाच गाना करवाने वाली थी प्रदेश के जनता की गाढ़ी कमाई से होली खेलने में कमलनाथ जी को तनिक भी लज्जा नही आई थी जबकि किसान भाइयों की धान उपार्जन केंद्रों में पड़ी थी पोर्टल बंद कर दिया गया था आदरणीय किसान भाई स्वयं अपने धान की रखवाली कर रहे थे समय बीतता गया लेकिन धान तौलाई के बाद भी खरीदी नही की गई किसान की बद्दुआ लगी और समय बदला शिवराज जी ने पुनः सत्ता सम्हाली और इस नाच गाने के आयोजन को निरस्त कर खरीदी केंद्रों में पड़ी धान का क्रय करके भुगतान सुनिश्चित किया। झूठे वादे करके सत्ता में आने की चाहत रखने वाली काग्रेश जहां जहां सत्ता में है वहाँ की हालत बद से बदतर कर चुकी है। वादों पर अमल की जगह भ्रष्टाचार के तरीकों पर शोध चल रहा है। छत्तीसगढ़ में बीते दिनों psc के परीक्षा परिणाम आये और नियुक्तियों का दौर सुरु हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार पर ब्यापक भ्रष्टाचार के आरोप लगे अधिकारियो और काग्रेश नेताओं के करीबीओ की गलत तरीको से नियुक्ति की बात सामने आई प्रकरण अब माननीय न्यायालय में है।काग्रेश का एक मात्र एजेंडा झूठ बोलकर झूठे वादे करके सत्ता हासिल करना है। झूठे वादे करने में काग्रेश निपुण है। हलाकि अब मध्यप्रदेश के आदरणीय मतदाता जागरूक है। कमलनाथ जी के 15 माह के कुशासन और वादाखिलाफी के दौर को प्रदेश देख चुका है। काग्रेश की किसी भी चुनावी साजिश में अब जनता नही फसेगी। आरोपियो को टिकट देकर काग्रेश ने अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी है।अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस में जारी है कुर्ता फाड़ लड़ाई आगामी विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार के आभास से कांग्रेसियों में एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ने का दौर शुरु हो चुका है। कमलनाथ और दिग्विजय जी के कारनामे किसी से छिपे नही है। टिकट वितरण में परिवारवाद इस्पस्ट दिख रहा है। हलाकि यह काग्रेश कि पद्धति ही है। इसमे कुछ नया नही है।पिछली बार की तरह अब भी झूठे वादों का काग्रेशी दौर जारी है। श्री पांडे ने कहा कि आदरणीय मतदाता बंधुओ आपके हितार्थ प्रदेश के हितार्थ किसी ने कार्य किया है तो वह भाजपा ही है। काग्रेश के कुसाशन माफिया तंत्र एवं झूठे वादों से आप भली भांति परिचित है। अतः बिना किसी भ्रम के पूरे दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ भाजपा चुने सुशासन समृद्धि की राह मजबूत करेंl

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