सेवा भारती ने सुपोषण सप्ताह के अंर्तगत लगाया महिला स्वास्थ शिविर

*सेवा भारती ने सुपोषण सप्ताह के अंर्तगत लगाया महिला स्वास्थ शिविर*

 

*महिला स्वास्थ एवं फिटनिश दिवस पर लगा महिला स्वास्थ शिविर*

 

*बच्चों में कुपोषण बचाव के लिए जरूरी है मां के पोषण पर ध्यान: डॉ मीणा*

 

गुना। महिला स्वास्थ एवं फिटनिश दिवस के शुभ अवसर पर बुधवार को शहरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र कुशमोदा पर महिला स्वास्थ परिक्षण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी विकास जैन नखराली, सेवा भारती स्वास्थ आयाम प्रमुख एवं आरोग्य भारती अध्यक्ष डॉ पुरषोत्तम बुनकर, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ ममता मीणा ने भगवान धन्वंतरि के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर स्वास्थ शिविर का विधिवत आरंभ हुआ। शिविर में महिला रोग विशेषज्ञ डॉ ममता मीणा ने 70 से अधिक महिलाओं एवं किशोरियों का स्वास्थ परिक्षण कर उनको उचित परामर्श दिया। कार्यक्रम को संबोधित कर विकास जैन ने कहा कि कुपोषण से बचाव हेतु बच्चों के पालकों को सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली की जानकारी होना चाहिए। कुपोषित बच्चा नियमित रूप से पोषण आहार ले तो निश्चित ही हम स्वास्थ रहकर इस देश की सच्ची सेवा कर पाएंगे। सरकारों द्वारा कुपोषण को दूर करने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। इसकी मॉनिटरिंग भी समय समय पर आगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर की जाती है। हम सभी स्वास्थ के प्रति जागरूक रहकर समय समय पर लगने वाले स्वास्थ शिविर में पहुंचे और स्वास्थ्य संबंधी सलाह लेते रहे। संस्था प्रभारी डॉ वुनकर ने बताया कि सेवा भारती मध्यभारत प्रांत द्वारा 23 से 28 सितंबर तक सुपोषण सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी के अंर्तगत महिला स्वास्थ एवं फिटनिश दिवस अवसर पर निशुल्क महिला स्वास्थ शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 70से अधिक महिलाओं का स्वास्थ परिक्षण कर उनको कुपोषण से दूर रहने के उपाय बताकर उनको जागरूक किया गया। डॉ बुनकर ने कहा कि जिले में कुपोषित बच्चों एवं महिलाओं के घरों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका जाकर सही पोषण आहार, स्वास्थ्य जांच संबंधी जानकारी दे रही हैं। साथ ही गर्भवती महिलाओं से भी भेंट कर उन्हें नियमित एएनसी चेकअप, पोषण आहार, सुरक्षित और संस्थागत प्रसव के तरीके और लाभ बता रही हैं।

डॉ मीणा ने कहा कि किशोरी एवं गर्भवती मां में पोषण का ध्यान देना बेहद जरूरी है। क्योंकि यदि किशोरी अवस्था में ही बच्चों में पोषण का ध्यान दिया जाए तो वह एक स्वस्थ मां बनेगी और स्वस्थ मां एक स्वस्थ बच्चा पैदा करेगी। इसके लिए जरूरी है हमारा खान-पान एवं इसके साथ ही एनीमिया के ऊपर ध्यान देना एवं कुपोषण का बचाव जरूरी है। यदि स्वास्थ पर पूर्ण ध्यान दिया जाए तो बच्चों एवं माता में कुपोषण से बचाया जा सकता है। इस अवसर पर स्वास्थ शिविर में स्टाफ नर्स श्याम सुंदर धाकड़, रेखा दोहरे, रचना ओझा, रजनी जडेल, ए एन एम अनिता, धनंजय रघुवंशी, अजय पाटकर, विशाल रघुवंशी, रेखा चंदेल, अनिता नागोरिया, सुनीता चंदेल, उर्मिला पटेल सहित आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग प्राप्त हुआ।

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