शेख आसिफ Sj न्यूज़ एमपी
लोकेशन:- बुरहानपुर
फसलों में अत्याधिक मात्रा में रासायनिक दवाईयों का उपयोग होने से बढ़ रही है बीमारियां-डॉ.प्रशांत राजपूत
बुरहानपुर। ग्राम धामनगांव में आयोजित मां वाघेष्वरी ग्रामोदय मेले में शनिवार को उद्यानिकी फसलों पर कार्यशाला हुई। इसमें आम का सघन बागवानिया विषय पर जलगांव जैन इरिगेशन के वैज्ञानिक अनिल ढाके, अमरूद का सघन बागवानिया विषय पर वैज्ञानिक (सदस्य विज्ञान) चेतन गुउव, पुर्नयोजी खेती विषय पर मंुबई के डॉ.प्रशांत राजपूत किसानों को प्रशिक्षण दिया। मौसम्बी का व्यवसायिक उत्पादन एवं प्रसंस्करण विषय पर वैज्ञानिक डॉ.डी.जी.पाटिल, पपीता की खेती पर वैज्ञानिक गोविन्द पाटिल किसानों को मार्गदर्षन दिया।
कृषकों से डॉ के. बी. पाटिल, भूपेन्द्र सिंह एवं मनोहरसिंह देवके संवाद किया।
रिजनरेंटिव फार्मिंग (पुर्नयोजी खेती) विषय पर मुंबई के डॉ.प्रशांत राजपूत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कैंसर एवं किडनी रोगियों की संख्या अत्याधिक बढ़ रही है। क्योंकि वर्तमान समय में फसलों में अत्याधिक मात्रा में रासायनिक दवाईयों का उपयोग होने से उनका रिसेड्यूल इफेक्ट अनाज में आ रहा है और यह अनाज का हम सेवन कर रहे है, जिससे बीमारियों हो रही है।
उन्होंने कहा कि भूमि को रिजनरेट कर भूमि का स्वास्थ्य सुधार करने के साथ ही उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। इस विधि से भूमि में ओरगनिक कार्बन (ओसी) की मात्रा बढ़ती है। जिसमें किसानों को मुनाफा होता है। डॉ.राजपूत ने कहा कि वर्ष 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब नाईट्रोजन, पोटेषियम बनाने की फैक्ट्रियां का कोई काम नहीं बचा तो अमेरिका की इन फैक्ट्रियों ने 1945 के बाद फर्टिलाईजर का उत्पादन किया। जिसका कृषि में उपयोग शुरू हुआ।
मौसम्बी का व्यवसायिक उत्पादन एवं प्रसंस्करण विषय पर जैन इरिगेषन डीजी पाटिल पपीता, स्वीट्स आरेंज एवं मैंगो की खेती एवं उत्पादन पद्धति को विस्तार से बताया।
26 मार्च 2023 को केन्द्रीय कपास अनुसंधान केन्द्र नागपुर से डॉ.रामकृष्णा एवं डॉ.बाबा साहेब फंड कपास उत्पादन, तकनीक एवं गुलाबी इल्ली की रोकथाम पर चर्चा करेंगे तथा विपणन व्यवस्था पर क्षेत्र के उद्यमि एवं व्यापारी चर्चा का संवाद सत्र होगा।
दिनांक:- 25 मार्च 2023
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