मम्मी को छोड़ दो… मासूम की चीख ने झकझोरा, अतिक्रमण कार्रवाई का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

मम्मी को छोड़ दो… मासूम की चीख ने झकझोरा, अतिक्रमण कार्रवाई का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

गुना जिले के मधुसूदनगढ़ से शनिवार को हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में एक बच्चा अपनी मां को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए दौड़ता नजर आया और बार-बार चीखता रहा— मम्मी को छोड़ दो…। यह दृश्य केवल प्रशासनिक कार्रवाई नहीं, बल्कि मासूमियत पर हुए मनोवैज्ञानिक आघात का प्रतीक बन गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जब पुलिस एक महिला को अपने साथ ले जा रही थी, तब करीब 5-6 साल का एक बच्चा पीछे दौड़ता रहा। वह न सिर्फ डरा-सहमा नजर आया, बल्कि उसकी चीख ने वहां खड़े कई लोगों की आंखें नम कर दीं। इस प्रकार के दृश्य बच्चों के मन में गहरा डर बैठा सकते हैं, जिससे आगे चलकर उनमें असुरक्षा, अवसाद और आक्रोश जैसी समस्याएं पनप सकती हैं।

इस मामले में अब यह सवाल भी उठने लगे हैं कि प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान क्या बच्चों और महिलाओं की मानसिक स्थिति का ध्यान रखा जाता है? क्या कानून व्यवस्था कायम रखने की प्रक्रिया में मानवीय संवेदनाओं को अनदेखा किया जाना उचित है? दूसरी ओर, अतिक्रमण हटाए गए स्थान को लेकर विवाद और बढ़ गया है। गणेशपुरा में जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है, वहां के लोगों ने पट्टों से जुड़े दस्तावेज, बिजली और पानी के भुगतान संबंधी बिल प्रस्तुत किए हैं। उनका दावा है कि वे कई वर्षों से इस स्थान पर रह रहे थे और प्रशासन द्वारा बिना वैकल्पिक व्यवस्था के कार्रवाई की गई। वहीं, सूत्रों का कहना है कि उक्त जमीन पर अभी भी कई लोगों का कब्जा है, जिन पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान एक अन्य गंभीर घटना में जामनेर थाना प्रभारी सुरेश सिंह कुशवाह का अंगूठा घायल हो गया। उन्होंने त्रिशूल लेकर दौड़ते अतिक्रमणकारी को अकेले पकडऩे की हिम्मत दिखाई, जबकि वहां तीन थानों की फोर्स मौजूद थी। अब सवाल सिर्फ कब्जा या हटाने की प्रक्रिया का नहीं, बल्कि उस मासूम की चीख का है, जिसने यह पूछने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कानून की सख्ती, संवेदनाओं से ऊपर हो गई है?

न्यायालय ने भेजा जेल

बता दें कि मधुसुदनगढ़ में नया बस स्टैंड बनना है। इसके लिए गणेशपुरा गांव में 3 हेक्टेयर जमीन बस स्टैंड के लिए दी गई है। 6 बीघा जमीन पर लेखराज का अतिक्रमण था और एक बीघा जमीन पर रघुवीर ढीमर का अतिक्रमण है। बाकी जमीन पर लगभग 30 मकान बने हैं। शनिवार को हुए बवाल के बाद पुलिस ने लेखराज पर शासकीय कार्य में बाधा, धारदार हथियार से हमला करने सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इधर राजस्व अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, मधुसुदनगढ़ उकावद रोड पर लेखराज कुशवाह की हाईवे से लगी हुई दो बीघा जमीन है। उस जमीन पर उसने प्लॉट बेच दिए। उस जमीन का डाइवर्जन भी कराया है। खुद की जमीन पर प्लॉट बेचने के बाद उसने इस सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था, जिसे प्रशासन ने शनिवार को हटवाया। –

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