”तीन मामलो में संज्ञान”मासूम बच्चे पर किया आवारा कुत्तों ने हमला अस्पताल में स्ट्रेचर एवं व्हील चेयर नहीं होने से मरीजों को गोद में ले जाने को मजबूर परिजन
”तीन मामलो में संज्ञान”मासूम बच्चे पर किया आवारा कुत्तों ने हमला अस्पताल में स्ट्रेचर एवं व्हील चेयर नहीं होने से मरीजों को गोद में ले जाने को मजबूर परिजन
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने विगत दिवस के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ”तीन मामलों में” संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
मासूम बच्चे पर किया आवारा कुत्तों ने हमला
ग्वालियर जिले के गोविंदपुर स्थित शारदा बाल आश्रम में रहने वाले सात साल के एक मासूम बच्चे पर आवारा कुत्तों द्वारा हमला करने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मासूम बाल आश्रम परिसर में रहकर पढ़ाई करता है, वह आश्रम परिसर में ही खेल रहा था, तभी वहां घूम रहे चार से पांच आवारा कुत्तों ने मासूम पर हमला किया और मासूम को गंभीर रूप से घायल कर दिया। कुत्तों के हमले में घायल हुए मासूम को 107 टांके आये है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ, ग्वालियर से मामले की जांच कराकर घायल मासूम को आर्थिक सहायता, स्वास्थ्य एवं देखभाल के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
अस्पताल में स्ट्रेचर एवं व्हील चेयर नहीं होने से मरीजों को गोद में ले जाने को मजबूर परिजन
छतरपुर जिले के जिला अस्पताल में व्हील चेयर एवं स्ट्रेचर के नहीं होने से यहां आने वाले मरीजों को उनके परिजनों द्वारा अस्पताल के गेट से डॉक्टर रूम तक गोद में उठाकर लाना ले जाना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिला अस्पताल में नसबंदी के दौरान आशा कार्यकर्ता द्वारा महिलाओं को जिला अस्पताल लाया जा रहा है, लेकिन अस्पताल में स्ट्रेचर एवं व्हील चेयर नहीं होने से मरीजों के परिजन उन्हें गोद में उठाकर लेकर जाना पड़ रहा है। इस कारण उन्हें कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ, छतरपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
जनसुनवाई में अपनी शिकायत लेकर पहुंची महिला ने खुद पर पेट्रोल उड़लने की कोशिश की
जबलपुर जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान अपनी शिकायत लेकर पहुंची एक महिला ने उसकी शिकायत पर कार्यवाही नहीं होने एवं सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने से परेशान होकर अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालने की कोशिश किये जाने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपने मकान पर कब्जा किये जाने की शिकायत पर कार्यवाही नहीं होने से महिला सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है, जिससे परेशान होकर उसने जनसुनवाई के दौरान यह कदम उठाया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
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