जोबट शासकीय महाविद्यालय में स्वास्थ्य मेला कार्यक्रम आयोजित किया गया
जोबट ,,,शासकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग द्वारा,” विश्व स्वास्थ्य दिवस 2024” मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार थीम पर एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान माला में प्राचार्य डॉक्टर एस आर भूरिया ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठनों की स्थापना 7 अप्रैल 1948 में हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्थापना दिवस 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की घोषणा की एवं इसका उद्देश्य लोगों में स्वस्थ प्रति जागरूकता लाना तथा व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना तथा स्वास्थ्य की प्रति जन चेतना फैलाकर लोगों को अपने तथा दूसरे के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना है। इस अवसर पर आई क्यू एस सी प्रभारी डॉ. एच. सी. नायक ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया उन्होंने अपने संबोधन में हो कि जो स्थापना का क्या उद्देश्य था और किस प्रकार विश्व स्वास्थ्य संगठन हेल्थ के प्रति कार्य कर रहा है ,उसके बारे में विस्तार जानकारी प्रदान की तथा छात्र-छात्राओं को योग एवं मेडिटेशन द्वारा स्वस्थ रहने के बारे में तथा योग के द्वारा किस प्रकार हम स्वस्थ रह सकते हैं तथा ध्यान और प्राणायाम के द्वारा किस प्रकार बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। और हम अपनी इम्यूनिटी सिस्टम को केसे मजबूत किया जा सकता है इस पर उन्होंने प्रकाश डाला। वाणिज्य संकाय के प्रो. डॉ. जी. एल. चौहान ने भी छात्र-छात्राओं को स्वस्थ के प्रति सजग रहने तथा स्वास्थ्य रहने के लिए साफ पानी तथा स्वच्छ कपड़े तथा किस प्रकार साफ सफाई से रहे और तथा हेल्दी डाइट आदि के बारे में बताया। विज्ञान संकाय के प्रो. डॉ. दीपक सिंह डावर ने भी स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्रदान की उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि व्यक्ति का स्वास्थ्य प्रत्येक मनुष्य का अधिकार है ।और प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ सेवा का लाभ मिलना चाहिए, और उसे हर प्रकार की सुविधा मिलनी चाहिए जिससे कि वह स्वस्थ रह सके। कार्यक्रम में कीड़ा अधिकारी डॉ. अनुराग हडिया ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा है कि मनुष्य को केवल मानसिक रूप से नहीं अपितु शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक रूप से भी स्वस्थ होना चाहिए जिससे कि वह समाज में अपना योगदान दे सकें। डॉ. अनुराग हडिया ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्यालय जिनेवा स्विट्जरलैंड में स्थित है जो कि स्वास्थ्य जुड़ी सभी समस्याओं पर कार्य करते हैं, और वह किस प्रकार अपना कार्य करता है इसके बारे में भी जानकारी प्रदान की। और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि स्वास्थ्य को केवल मानसिक रूप से नहीं अपितु शारीरिक, बौद्धिक , आध्यात्मिक सामाजिक रूप स्वास्थ्य से पुण व्यक्ति को स्वस्थ माना जाता है। जिसमे यह सब गुण पाए जाते हैं, वह व्यक्ति ही स्वस्थ माना जाता है। व्यक्तित्व के व्यक्तित्व का विकास एवं शरीर का विकास केवल स्वस्थ रहकर ही पाया जा सकता है क्योंकि एक स्वस्थ व्यक्ति में ही स्वस्थ मस्तिष्क पाया जाता है। कार्यक्रम का संचालन श्री प्रदीप सिंह डावर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी ने किया एवं अंत में आभार विज्ञान संकाय के श्री आकाश इसके ने माना।
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