जिले में मक्का की बुआई शुरू, खाद की मशक्कत में जुटे किसान
गुना जिले में रबी सीजन के बाद अब खरीफ फसलों की तैयारी जोरों पर है। खासकर मक्का फसल की बुआई की शुरुआत के साथ ही किसानों की खाद की मांग में अचानक इजाफा देखा जा रहा है। जिले भर में किसान कृषि केंद्रों पर खाद लेने के लिए पहुंचने लगे हैं, जिससे कुछ केंद्रों पर लाइनें भी लग रही हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों को समय रहते खाद खरीदने की सलाह दी है। विभाग का मानना है कि आने वाले दिनों में बुआई का कार्य और तेज होगा, जिससे खाद की मांग और अधिक बढ़ सकती है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिले के सभी डबल लॉक गोदामों और निजी विक्रेताओं के पास एनपीके, टीएसपी, एसएसपी और यूरिया जैसे प्रमुख उर्वरक उपलब्ध हैं।
कृषि विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में किसानों से अपील की गई है कि वे डीएपी की कमी को देखते हुए विकल्प के रूप में एनपीके, एसएसपी और टीएसपी जैसे उर्वरकों का उपयोग करें। विभाग ने रासायनिक खादों के शासकीय दरें भी सार्वजनिक की हैं, ताकि कोई भी किसान अधिक राशि का भुगतान न करे। उदाहरण के तौर पर यूरिया 266.50, डीएपी 1350, एनपीके (12:32:16) 1720 और एसएसपी दानेदार 505 प्रति बोरी के हिसाब से निर्धारित की गई हैं। हालांकि किसानों की मानें तो उन्हें इस समय सबसे अधिक डीएपी खाद की जरूरत है, लेकिन जिले में इसकी उपलब्धता न के बराबर है। कई किसान डीएपी की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं। ऐसे में विभाग द्वारा सुझाए गए विकल्पों को अपनाना फिलहाल उनकी एकमात्र राह है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे बुआई में देरी न करें और उपलब्ध खादों का विवेकपूर्ण उपयोग करें, जिससे समय पर फसल की नींव मजबूत हो सके।
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