रैली के रूप में आयकर भवन का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियो ने किया प्रदर्शन ,सोनिया गांधी, राहुल गांधी पर नेशनल हेराल्ड मामले में आरोप पत्र दाखिल किये जाने के विरोध में फहराये काले झंडे, जताया आक्रोश

इरफान अंसारी उज्जैन

रैली के रूप में आयकर भवन का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियो ने किया प्रदर्शन ,सोनिया गांधी, राहुल गांधी पर नेशनल हेराल्ड मामले में आरोप पत्र दाखिल किये जाने के विरोध में फहराये काले झंडे, जताया आक्रोश

उज्जैन। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी पर भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में आरोप पत्र दाखिल किये जाने के विरोध में 16 अप्रैल को कांग्रेस ने काले झंडे फहराते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आवाह्न पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी के नेतृत्व में शहर कांग्रेस कार्यालय क्षीर सागर से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सोनीया गांधी जिंदाबाद, राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए वाहन रैली के रूप में आयकर भवन पहुंचे। आयकर परिसर में शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी, ग्रामीण अध्यक्ष कमल पटेल, विधायक महेश परमार, दिनेश जैन बोस, पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर, मुरली मोरवाल सहित बटुक शंकर जोशी, अजीत सिंह ठाकुर, चेतन यादव, माया त्रिवेदी, विक्की यादव, महेश सोनी, रवि भदौरिया आदि ने संबोधित करते हुए मोदी सरकार की इस कार्यवाही को राजनीति का गंदा खेल बताया। सभी वरिष्ठ नेताओ ने कहा कि मोदी सरकार की इस षडयंत्र पूर्वक कारवाई के खिलाफ हम सब हमारे राष्ट्रीय नेताओं के साथ खड़े हैं। कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व के साथ खड़ा है। संगठन मंत्री अजय राठौर ने बताया कि इस प्रदर्शन में राजेंद्र वशिष्ठ, प्रभारी चंदर सिंह सोंधिया, करण कुमारिया, अभीषेक शर्मा, वीरेंद्र गोसर, रमेश परिहार, श्रवण शर्मा, पार्षद छोटेलाल मंडलोई, गब्बर कुवाल, परमानंद मालवीय, फिरोज पठान, मोहित जायसवाल, अनवर नागोरी, सादिक कुरेशी, अर्पित दुबे, सपना सांखला, चैन सिंह चौधरी, प्रकाश सोलंकी, चुन्नी लाल धैर्य, श्याम जटिया, अर्पित यादव, सुनील जैन, लकी ठाकुर, ओम प्रकाश रामी, सुरेश गहलोत, सोनीया ठाकुर, नीलम विश्वास, ऊषा मालवीय, रश्मि त्रिवेदी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संचालन नेता प्रति पक्ष रवि राय ने किया।

महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए विधायक महेश परमार ने कहा कि भारत 75 वर्षों में अधिक पुराने लोकतंत्र की विरासत का दावा करता है, तब देश के भीतर एक खतरनाक प्रवृत्ति लगातार गहराती जा रही है, केंद्र सरकार द्वारा सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग की। विशेष रूप से विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर बदले की भावना से की जा रही कार्यवाही, लोकतंत्र की आत्मा को निरंतर घायल कर रही है। हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध नेशनल हेराल्ड प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है। यह न केवल अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि स्पष्ट रूप से यह केंद्र सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की संकीर्ण मानसिकता का भी प्रतीक है।

मुकेश भाटी ने कहा कि जिस परिवार ने इस देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर किया, जिनके अपने बलिदान हुए, उस गांधी-नेहरू परिवार को केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा सरकार बार-बार अपमानित करने का असफल प्रयास कर रही है। 2014 से लगातार यह देखा जा रहा है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी एजेंसियों का मनमाना उपयोग किया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट है कि यह एक राजनीतिक हथियार के रूप में एजेंसियों को प्रयोग करने की रणनीति है।

विधायक महेश परमार, दिलीप गुर्जर पूर्व विधायक, अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी मुकेश भाटी, दिनेश जैन बोस विधायक, मुरली मोरवान पूर्व विधायक, कमल पटेल अध्यक्ष जिला ग्रामीण कांग्रेस सहित समस्त कांग्रेसजनों ने ज्ञापन सौंपते हुए महामहिम से मांग की कि इस गंभीर प्रकरण में स्वतः संज्ञान में और केंद्र सरकार से जवाब तलब करें कि बिना किसी मूल शिकायत के किस आधार पर वर्षों पुराने प्रकरण को पुनः खोलकर विपक्ष के शीर्ष नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है? राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की आड़ में लोकतंत्र को कुचलने की साजिश को रोका जाए। देश की संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा बचाने हेतु भी आप तत्काल हस्तक्षेप करें। इस प्रकार की कार्रवाइयों पर तत्काल निष्पक्ष और स्वतंत्र न्यायिक जांच की व्यवस्था हो, जिससे देश की जनता के बीच एजेंसियों की निष्पक्षता और लोकतंत्र की साख बची रह सके।

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