सांवरिया सेठ द्वारा मायरा भरने की लीला का हुआ मंचन
अग्रवाल महिला मंडल के तत्वावधान में स्थानीय मानस भवन में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन बीती शाम सांवरिया सेठ द्वारा नरसिंह मेहता के यहां मायरा भरने की लीला का आकर्षक मंचन किया गया। नानी मायी का मायरा के तहत गत दिवस दूसरे दिन भी धामनौद से आए आचार्य हिमांशु ने नानी मायी के मायरे का आकर्षक अंदाज में वर्णन किया। वहीं इस दौरान कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिका के माध्यम से मायरे की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान मायरे की कथा कहते हुए आचार्य हिमांशु ने कहा कि नरसिंह मेहता के यहां सांवरिया सेठ ने 56 करोड़ का मायरा भरा था। नरसिंह मेहता को अटूट विश्वास था कि सांवरिया सेठ मेरे यहां मायरा लाएगा, स्पष्ट है कि जिस पर भगवान का विश्वास रहता है उसका हर काम निश्चित होता है। श्रद्धा अटूट होना चाहिए। उन्होंने कथा के अंतिम चरण में कहा कि बेटा भाग्य से मिलता है और बेटियां सौभाग्य से मिलती हैं। बेटियां तीन घरों का ख्याल रखती है, क्योंकि वे ससुराल और मायके साथ-साथ अपनी नानी के घर का भी ख्याल रखती है।
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